शोभना शर्मा। मुंबई जाने वाले यात्रियों के लिए एक अहम सूचना सामने आई है। श्रीगंगानगर से बांद्रा टर्मिनस के बीच चलने वाली प्रसिद्ध अरावली एक्सप्रेस (14701/14702) का रूट अस्थाई रूप से बदल दिया गया है। यह बदलाव 16 मई से 26 मई 2025 तक प्रभावी रहेगा। रेलवे के अनुसार, रतनगढ़-चूरू सेक्शन में डबल ट्रैक का निर्माण कार्य चल रहा है, जिस कारण यह निर्णय लिया गया है।
इस अवधि में अरावली एक्सप्रेस अब अपने नियमित मार्ग चूरू, बिसाऊ और फतेहपुर की बजाय झुंझुनूं, लोहारू और नवलगढ़ होते हुए गुजरेगी। इस अस्थाई मार्ग परिवर्तन से झुंझुनूं और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को पहली बार सीधी मुंबई कनेक्टिविटी मिलने जा रही है, जो इस इलाके के लिए एक बड़ी सुविधा है। रेलवे जनसंपर्क अधिकारी विनोद बेनीवाल ने बताया कि ट्रेन राजगढ़, लोहारू, झुंझुनूं, नवलगढ़ और सीकर होते हुए जयपुर पहुंचेगी। यह नई व्यवस्था 11 दिन तक लागू रहेगी और इसके बाद पुराना मार्ग पुनः चालू हो जाएगा।
बदले हुए मार्ग पर ट्रेन के ठहराव और समय इस प्रकार हैं:
लोहारू – सुबह 4:40 बजे (2 मिनट ठहराव)
चिड़ावा – सुबह 5:15 बजे (2 मिनट)
झुंझुनूं – सुबह 5:47 बजे (2 मिनट)
नवलगढ़ – सुबह 6:28 बजे (2 मिनट)
सीकर – सुबह 6:45 बजे (15 मिनट)
सीकर से आगे यह ट्रेन अपने नियमित मार्ग से होते हुए जयपुर, फिर अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, वापी होते हुए बांद्रा टर्मिनस (मुंबई) पहुंचेगी। लौटते समय यानी बांद्रा से श्रीगंगानगर की ओर भी यही बदला हुआ मार्ग लागू रहेगा।
रिजर्वेशन व्यवस्था में असुविधा:
हालांकि यात्रियों को इस रूट बदलाव से फायदा होगा, लेकिन अस्थाई रूप से ठहराव वाले स्टेशनों जैसे झुंझुनूं, लोहारू, चिड़ावा, नवलगढ़ से आरक्षित टिकट नहीं मिल पाएगी। इन स्टेशनों से सिर्फ अनारक्षित टिकट ही मिल सकेगी। यदि यात्रियों को बर्थ की आवश्यकता है तो उन्हें पहले झुंझुनूं से सीकर तक अनारक्षित टिकट से जाना होगा और फिर सीकर स्टेशन से आरक्षित टिकट लेना होगा।इस निर्णय को लेकर यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है। स्थानीय संगठनों जैसे विवेकानंद मित्र परिषद और दैनिक रेल यात्री संघ ने मांग की है कि जब ट्रेन का ठहराव इन स्टेशनों पर किया गया है तो कम से कम इस अस्थाई अवधि के लिए आरक्षण की सुविधा भी प्रदान की जानी चाहिए। इससे यात्रियों को राहत मिलेगी और रेलवे को भी अतिरिक्त राजस्व मिलेगा।
झुंझुनूं को पहली बार सीधी मुंबई कनेक्टिविटी:
अब तक झुंझुनूं से मुंबई के लिए कोई नियमित ट्रेन नहीं थी। केवल सप्ताह में दो दिन दुरंतो एक्सप्रेस चलती थी, लेकिन अब अरावली एक्सप्रेस के जरिए झुंझुनूं को 11 दिनों तक सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। यह बदलाव यहां के यात्रियों के लिए राहतभरा है।