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Amazon में फिर बड़ा ले-ऑफ: 30 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर संकट

Amazon में फिर बड़ा ले-ऑफ: 30 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर संकट

मनीषा शर्मा।  दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी Amazon एक बार फिर बड़े स्तर पर छंटनी (Layoff) करने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने पहले ही 14 हजार जॉब रोल्स घटाए हैं और अब करीब 30 हजार कर्मचारियों को निकालने की तैयारी में है। यह छंटनी मुख्य रूप से कंपनी के कॉर्पोरेट और व्हाइट कॉलर पदों पर होगी। यह कदम क्रिसमस की छुट्टियों से पहले उठाया जा सकता है। माना जा रहा है कि अमेजन के इतिहास में यह सबसे बड़ा कॉर्पोरेट ले-ऑफ होगा, जो कंपनी के लगभग 10% व्हाइट कॉलर कर्मचारियों को प्रभावित करेगा।

 ईमेल से शुरू होगी अमेजन में  छंटनी की सूचना

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ले-ऑफ की प्रक्रिया मंगलवार सुबह से ईमेल नोटिफिकेशन के जरिए शुरू की जाएगी। प्रभावित कर्मचारियों को आधिकारिक रूप से ईमेल भेजे जाएंगे जिसमें बताया जाएगा कि उनकी सेवाएं समाप्त की जा रही हैं। हालांकि, कंपनी की ओर से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान (Official Statement) जारी नहीं किया गया है। लेकिन अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि अमेजन के विभिन्न डिपार्टमेंट्स में इसके संकेत पहले से ही दिए जा चुके हैं, जिससे कर्मचारियों में असमंजस और चिंता का माहौल है।

कई डिपार्टमेंट्स में असर, मैनेजर्स की ट्रेनिंग पूरी

सूत्रों के अनुसार, यह ले-ऑफ अमेजन के कई प्रमुख विभागों (Departments) को प्रभावित करेगा, जिनमें शामिल हैं:

  • Human Resources (Experience and Technology – EXT)

  • Operations Division

  • Amazon Web Services (AWS)

  • Devices and Services Unit

बताया जा रहा है कि सोमवार को इन विभागों के मैनेजर्स की एक ट्रेनिंग सेशन आयोजित की गई, जिसमें उन्हें सिखाया गया कि कर्मचारियों को ले-ऑफ की जानकारी किस तरह से दी जाए। यह दिखाता है कि कंपनी की ओर से यह प्रक्रिया योजनाबद्ध और चरणबद्ध तरीके से की जा रही है।

Amazon के कर्मचारियों की कुल संख्या

Amazon इस समय अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी प्राइवेट एम्प्लॉयर कंपनी है। दुनियाभर में इसके 1.54 मिलियन (15.4 लाख) से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें से अधिकांश वेयरहाउस और लॉजिस्टिक यूनिट्स में काम करते हैं, जबकि लगभग 3.5 लाख कर्मचारी कॉर्पोरेट पदों पर हैं। इस छंटनी का सबसे बड़ा असर इन्हीं कॉर्पोरेट रोल्स पर पड़ने वाला है।

Amazon का पिछला ले-ऑफ इतिहास

अमेजन में पिछले दो वर्षों के भीतर कई बार बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की जा चुकी है। साल 2022-23 के दौरान कंपनी ने CEO एंडी जैसी (Andy Jassy) के नेतृत्व में अब तक का सबसे बड़ा ले-ऑफ किया था। उस समय कंपनी ने 27 हजार कॉर्पोरेट पदों को खत्म किया था, जिससे लगभग 8% कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी। यह छंटनी कंपनी के कम्युनिकेशंस, डिवाइसेज और पॉडकास्टिंग जैसे विभागों में की गई थी। अब एक बार फिर अमेजन उसी दिशा में आगे बढ़ती दिखाई दे रही है।

2024-25 में टेक इंडस्ट्री में छंटनी की लहर

अमेजन अकेली ऐसी कंपनी नहीं है जो बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को निकाल रही है। Layoffs.fyi वेबसाइट के अनुसार, साल 2024 में अब तक 200 से अधिक टेक कंपनियों ने मिलकर करीब 98 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है।

  • Microsoft ने अब तक 15 हजार कर्मचारियों को हटाया।

  • Meta (Facebook की पेरेंट कंपनी) ने अपने AI डिवीजन से 600 कर्मचारियों को निकाला।

  • Google ने इसी महीने अपनी डिजाइन टीम से 100 लोगों को निकाल दिया।

  • Intel ने इस साल का सबसे बड़ा ले-ऑफ करते हुए 22 हजार कर्मचारियों की छंटनी की।

टेक इंडस्ट्री के लिए 2023 और 2024 के साल सबसे कठिन वर्षों में से एक रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2023 में लगभग 1,200 कंपनियों ने कुल 2.6 लाख से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था।

क्यों हो रही है इतनी बड़ी छंटनी?

टेक सेक्टर में लगातार हो रहे ले-ऑफ के पीछे कई प्रमुख कारण हैं —

1. महामारी के बाद हायरिंग में असंतुलन

कोविड-19 महामारी के दौरान, अधिकांश टेक कंपनियों ने तेजी से डिजिटल डिमांड बढ़ने की उम्मीद में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की भर्ती की। लेकिन महामारी के बाद हालात सामान्य होते ही डिजिटल ग्रोथ की रफ्तार धीमी पड़ गई, जिससे कई कंपनियों में ओवरस्टाफिंग (Overstaffing) की स्थिति बन गई।

2. प्रॉफिट मार्जिन पर दबाव

बाजार की धीमी ग्रोथ और बढ़ते खर्च के कारण कंपनियां अपने प्रॉफिट मार्जिन को बनाए रखने में संघर्ष कर रही हैं। इसलिए वे उन विभागों को कम कर रही हैं जिनसे राजस्व (Revenue) पर तत्काल असर नहीं पड़ता।

3. ऑटोमेशन और AI पर फोकस

कई कंपनियां अब अपने संसाधनों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI), ऑटोमेशन, क्लाउड कंप्यूटिंग, और डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे भविष्य-उन्मुख क्षेत्रों में निवेश करना चाहती हैं।
इस बदलाव के चलते कई पारंपरिक रोल्स को समाप्त किया जा रहा है।

4. आर्थिक अनिश्चितता

महंगाई, ब्याज दरों में वृद्धि, और निवेशकों के बदलते रुझान भी कंपनियों को खर्च कम करने की ओर प्रेरित कर रहे हैं।

अमेजन का यह कदम टेक सेक्टर में चल रहे वैश्विक पुनर्गठन (Global Restructuring) की ओर संकेत करता है।
जहां एक ओर कंपनी अपने संसाधनों को अधिक लाभदायक और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन क्षेत्रों की ओर मोड़ना चाहती है, वहीं दूसरी ओर हजारों कर्मचारियों के लिए यह नौकरी खोने का खतरा लेकर आया है। कंपनी की ओर से आधिकारिक बयान अभी नहीं आया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह ले-ऑफ कॉर्पोरेट सेक्टर में 2025 की सबसे बड़ी छंटनी साबित हो सकता है।

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