मनीषा शर्मा। राजस्थान की मार्बल नगरी किशनगढ़ में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निजी दौरे ने राजनीतिक हलचल मचा दी। यह दौरा भले ही पर्सनल बताया गया, लेकिन इसमें निहित राजनीतिक संदेश दिल्ली से लेकर पटना तक गूंज उठा। अखिलेश यादव ने इस दौरान भाजपा की नीतियों पर तीखा प्रहार किया और बिहार चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया।
एयरपोर्ट पर दिखा जोश
सुबह से ही किशनगढ़ एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी। प्रशासन और पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में थी। अखिलेश यादव का निजी विमान जैसे ही एयरपोर्ट पर उतरा, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक जोश से भर उठे। “अखिलेश यादव जिंदाबाद” के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा। कार्यकर्ताओं ने अपने नेता का फूलमालाओं से स्वागत किया।
मीडिया से बातचीत में दिया बड़ा बयान
एयरपोर्ट की औपचारिकताओं के बाद अखिलेश यादव का काफिला जयपुर रोड हाईवे पर स्थित 90 डिग्री मार्बल और आरके मार्बल फैक्ट्री की ओर रवाना हुआ। हालांकि फैक्ट्री के लिए निकलने से पहले उन्होंने मीडिया से संक्षिप्त बातचीत की, जो कुछ ही मिनटों में राष्ट्रीय सुर्खियों का हिस्सा बन गई।
उन्होंने भाजपा की नीतियों और वादों पर सवाल उठाते हुए कहा, “यह कोई डबल इंजन सरकार नहीं है, बल्कि सच्चाई यह है कि ये झूठ के इंजन हैं। देशभर में ये झूठ के इंजन चल रहे हैं, जिन्होंने जनता से किए वादों को पूरा नहीं किया। इनके घोषणापत्र में जो बड़े-बड़े वादे किए गए थे, उन पर कितना अमल हुआ है, यह जनता अच्छी तरह जानती है।”
‘डबल इंजन नहीं, झूठ के इंजन’
अखिलेश यादव ने भाजपा की कार्यशैली पर व्यंग्य करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की सरकारें जनता को गुमराह करने का काम कर रही हैं। “जो रोजगार, शिक्षा और किसान कल्याण की बात करते थे, वे आज जनता के मुद्दों से मुंह मोड़ चुके हैं,” उन्होंने कहा। अखिलेश ने जोड़ा कि भाजपा सिर्फ प्रचार की राजनीति कर रही है, जबकि जनता अब ‘सच की राजनीति’ चाहती है।
बिहार चुनाव पर बड़ा बयान
अखिलेश यादव ने इस मौके पर बिहार चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के भीतर एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “मैं कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं को बधाई देता हूं जिन्होंने बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हमें पूरा विश्वास है कि बिहार की जनता इस बार तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन को मौका देगी।”
इस बयान से अखिलेश यादव ने न केवल तेजस्वी यादव के नेतृत्व में भरोसा जताया बल्कि यह भी संकेत दिया कि आने वाले चुनावों में विपक्ष की एकता पहले से अधिक मजबूत होगी।
2027 के लिए बड़ा राजनीतिक संदेश
अपने बयान के अंत में अखिलेश यादव ने भविष्य की राजनीति की दिशा को लेकर आशावाद दिखाया। उन्होंने कहा, “जनता अब झूठे वादों से तंग आ चुकी है। देश का रुख अब सच्चाई और ईमानदार राजनीति की ओर है। मुझे पूरा विश्वास है कि 2027 में देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।”
अखिलेश यादव के इस बयान को राजनीतिक विश्लेषक बेहद महत्वपूर्ण मान रहे हैं। उनका कहना है कि किशनगढ़ जैसी जगह से यह बयान देना प्रतीकात्मक है, क्योंकि राजस्थान और उत्तर प्रदेश दोनों में भाजपा की सत्तारूढ़ सरकारें हैं। ऐसे में अखिलेश यादव का यह संदेश सीधा दोनों राज्यों की जनता तक पहुंचता है।
निजी दौरा लेकिन राजनीतिक असर
हालांकि आधिकारिक रूप से यह दौरा ‘निजी’ बताया गया, लेकिन इसने जिस तरह से राजनीतिक चर्चा को जन्म दिया, उसने यह साबित कर दिया कि अखिलेश यादव आने वाले महीनों में विपक्षी एकता के एक बड़े चेहरे के रूप में अपनी भूमिका निभाने जा रहे हैं। किशनगढ़ से दिया गया यह बयान न सिर्फ भाजपा के लिए एक सशक्त संदेश है, बल्कि विपक्ष की रणनीति की झलक भी पेश करता है।


