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मानसून से निपटने के लिए अजमेर नगर निगम ने शुरू किया बाढ़ नियंत्रण कक्ष

मानसून से निपटने के लिए अजमेर नगर निगम ने शुरू किया बाढ़ नियंत्रण कक्ष

शोभना शर्मा, अजमेर ।  अजमेर नगर निगम ने आगामी मानसून सत्र के दौरान जलभराव जैसी आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए सक्रिय तैयारी शुरू कर दी है। शहर में बाढ़ जैसी स्थिति से बचाव हेतु अग्निशमन केन्द्र में ‘बाढ़ नियंत्रण कक्ष’ की स्थापना की गई है। यह कक्ष ना केवल समन्वय का केंद्र होगा, बल्कि राहत और बचाव कार्यों का संचालन भी यहीं से किया जाएगा।

प्रमुख अधिकारी व कर्तव्य वितरण

बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी मुख्य अग्निशमन अधिकारी जगदीश लवारी बनाए गए हैं, जबकि सहायक नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी गौरव तंवर को दी गई है। ये दोनों अधिकारी आपातकालीन स्थितियों में रेस्क्यू कार्य का समन्वय करेंगे और नगर निगम को समय-समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

राहत सामग्री और उपकरण

अग्निशमन विभाग ने प्रारंभिक चरण में एक जेसीबी मशीन, एक ट्रैक्टर ट्रॉली और मिट्टी से भरे 500 कट्टे उपलब्ध करवाए हैं। आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या में वृद्धि की जा सकती है। इसके अतिरिक्त ड्रेगन लाइट, चार लाइफ जैकेट्स, चार बड़े और चार छोटे ट्यूब तथा तीन मजबूत रस्से भी स्टॉक में रखे गए हैं। ये सभी उपकरण राहत कार्यों के दौरान जीवन रक्षा और आपदा प्रबंधन में काम आएंगे।

मड पम्प और जलनिकासी की व्यवस्था

नगर निगम के ट्रॉम्बे स्टेशन पर 16 मड पम्प उपलब्ध करवाए गए हैं, जिनका उपयोग जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी निकालने के लिए किया जाएगा। निगम ने आमजन को आपात स्थिति में सहायता प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 0145-2429000 जारी किया है, जिस पर कॉल कर समस्या की जानकारी दी जा सकती है।

अधिशासी अभियंताओं को सौंपे गए कार्य

नगर निगम के अतिरिक्त मुख्य अभियंता प्रेमशंकर शर्मा को निर्देशित किया गया है कि जिन वार्डों में पूर्व वर्षों में जलभराव की समस्या रही है, वहां समय रहते नालियों के निर्माण और मरम्मत का कार्य पूर्ण करवाया जाए। यदि कहीं जर्जर भवनों की शिकायत मिलती है, तो उनके विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की जाएगी ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।

विभागीय समन्वय और जिम्मेदारियां

शहर के विभिन्न क्षेत्रों में राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से संपादित करने हेतु अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं:

  • डॉ. पृथ्वी सिंह जोधा (स्वास्थ्य अधिकारी) को शहर की सभी नालियों की सफाई सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है।

  • एक्सईएन कपिल पालीवाल (ट्रॉम्बे प्रभारी),

  • एसई नृसिंह चौधरी (गंज गोदाम प्रभारी),

  • एसई मनोहर सोनगरा (उद्यान प्रभारी),

  • एक्सईएन किरण कंवर (विद्युत),

  • एक्सईएन रविंद्र जैन (सीवरेज),

  • एक्सईएन आकांक्षा सोनी (अजमेर उत्तर व दक्षिण) को क्षेत्रीय समन्वय का उत्तरदायित्व सौंपा गया है।

ये अधिकारी अपने अधीनस्थ जेईएन के माध्यम से जलभराव संभावित क्षेत्रों की पहचान करेंगे और नालों में अवरोधों को हटाने का कार्य करवाएंगे।

नालों की सफाई और सत्यापन

अजमेर उत्तर एवं दक्षिण के अधिशासी अभियंता जलनिकासी व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने हेतु शहर के प्रमुख नालों की सफाई करवा रहे हैं। इसके बाद संबंधित जेईएन द्वारा इन कार्यों का सत्यापन भी करवाया जाएगा, जिससे कोई क्षेत्र जलभराव की समस्या से ग्रसित न हो।

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