शोभना शर्मा । अजमेर में बिजनेसमैन के बेटे के साथ हुई मारपीट का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को NSUI कार्यकर्ताओं ने मयूर स्कूल के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए गेट पर चढ़ गए और अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। पुलिस द्वारा रोकने पर कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हो गई। माहौल बिगड़ने पर कार्यकर्ताओं ने सड़क पर टायर जलाकर नारेबाजी की और पीड़ित छात्र को न्याय दिलाने की मांग उठाई। हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित कर लिया।
NSUI नेता अंकित घारू ने आरोप लगाया कि परिवार द्वारा शिकायत करने के बावजूद स्कूल प्रशासन ने शुरुआत से कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और पीड़ित बच्चे को न्याय दिलाया जाए।
दो FIR और अलग-अलग घटनास्थल से बढ़ी उलझन
यह मामला इसलिए और पेचीदा हो गया है क्योंकि अब तक दो अलग-अलग FIR दर्ज की जा चुकी हैं और दोनों में घटनास्थल अलग-अलग बताए गए हैं। पहली FIR सिविल लाइंस थाने में दर्ज हुई थी, जिसमें मारपीट का स्थान अजमेर के रेलवे पार्क को बताया गया। वहीं दूसरी FIR पीड़ित छात्र के चाचा ने अलवर गेट थाने में दर्ज कराई, जिसमें घटना कबीर की थड़ी के पास होने का उल्लेख है। दोनों जगहों के बीच करीब आधा किलोमीटर की दूरी है।
पहली FIR सामने आने के बाद मयूर स्कूल प्रशासन ने एक महीने पहले ही चार छात्रों को सस्पेंड कर दिया था। पिता ने चार साथियों पर मारपीट का आरोप लगाया, जबकि चाचा ने अपनी FIR में तीन छात्रों को आरोपी बताया है।
पुलिस का पक्ष
सिविल लाइंस थाना प्रभारी शम्भूसिंह ने बताया कि पीड़ित के चाचा की शिकायत के आधार पर तीन छात्रों के खिलाफ मारपीट और अश्लील हरकत करने की धारा में मामला दर्ज हुआ है। उन्होंने पूर्व में दर्ज FIR की जानकारी चाचा द्वारा नहीं दिए जाने की बात कही।
दूसरी ओर अलवर गेट थाना प्रभारी नरेन्द्र जाखड़ ने बताया कि पीड़ित छात्र के पिता ने चार छात्रों को नामजद किया है और पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है।
पीड़ित छात्र डिप्रेशन में, परिवार ने उठाए गंभीर आरोप
पीड़ित छात्र के चाचा ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि उनका भतीजा पिछले कुछ दिनों से डरा-सहमा और डिप्रेशन में था। जब परिवार ने उससे बातचीत की तो 8 अक्टूबर की घटना का पूरा विवरण सामने आया। छात्र ने बताया कि छुट्टी के बाद तीन सहपाठियों ने उसे रोका, कबीर की थड़ी की ओर ले गए और वहां उसे बेसबॉल के डंडे से मारा। अन्य छात्रों ने लात-घूंसों से हमला किया।
उसके साथ अश्लील हरकतें की गईं, उठक-बैठक लगवाई गई और माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया। इतना ही नहीं, पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी अपलोड कर दिया गया। छात्र के अनुसार, आरोपी सहपाठी उसे लगातार धमकाते रहे और परेशान करते रहे।
9 अक्टूबर को दूसरी घटना, पिता की FIR
दूसरी ओर, अलवर गेट थाने में दर्ज पिता की FIR में उन्होंने बताया कि 9 अक्टूबर को चार दोस्तों ने उनके बेटे को स्कूल के बाद रेलवे पार्क ले जाकर मारपीट की। इस दौरान बेसबॉल बैट और स्टील रॉड दिखाकर धमकाया गया, उठक-बैठक करवाई गई और जान से मारने की धमकी दी गई। मारपीट का वीडियो बनाए जाने की पुष्टि पिता ने भी की है।
स्कूल प्रशासन का जवाब
मयूर स्कूल के प्राचार्य संजय खाती ने कहा कि मामला स्कूल परिसर के बाहर का है। शिकायत आने पर स्कूल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चार छात्रों को सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद स्कूल ने भी 16 अक्टूबर को अलवर गेट थाने में FIR दर्ज करवाई थी।
उन्होंने बताया कि 17 अक्टूबर को पीड़ित छात्र ने अंडर-19 कैटेगरी में बेस्ट एथलीट का पुरस्कार भी जीता था। सभी आरोपी छात्र बारहवीं में हैं और बोर्ड परीक्षा देंगे। एक माह के सस्पेंशन के बाद उन्हें केवल प्री-बोर्ड परीक्षा के लिए बुलाया गया। छात्रों के माता-पिता ने लिखित में माफीनामा भी दिया है।


