शोभना शर्मा ।
मॉनसून हमें गर्मी की चिलचिलाती धूप से राहत दिलाता है। बारिश का मौसम आते ही हम सभी फ्रेश और खुश महसूस करते हैं। लेकिन बारिश खुशहाली लाने के साथ कई बीमारियां भी साथ लाती है। खाने से होने वाले संक्रमण से लेकर मच्छर से होने वाली बीमारियों तक, बारिश का मौसम कई तरह की बीमारियों का कारण बनता है। इस मौसम में स्वस्थ रहने के साथ अपने इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाना चाहिए। इसके लिए संतुलित आहार अहम भूमिका निभा सकता है।
मसालेदार और ऑयली फूड खाने से बचें
बारिश के मौसम में पकोड़े और समोसे खाने का मज़ा अलग ही होता है, लेकिन इस मौसम में ज़्यादा मसालेदार या ऑयली खाना खाने से पेट में ब्लोटिंग हो सकती है। बारिश के मौसम में पेट से जुड़ी बीमारियां आसानी से हो जाती हैं, क्योंकि उमस हमारे मेटाबॉलिज़्म को धीमा करती है।
ताज़ा पका हुआ खाना ही खाएं
यूं तो सलाद खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन मॉनसून में कच्ची सब्ज़ियां खाना सेहत से जुड़ी तकलीफों को न्योता देने के बराबर है। कुछ सब्जियों में गंदगी के कारण बहुत अधिक मात्रा में रोगाणु होते हैं, जिससे जठरांत्र संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। बेहतर है इस मौसम में पका हुआ ताज़ा खाना ही खाएं। सी-फूड खाने से भी बचें।
हरी पत्तेदार सब्ज़ियां न खाएं
हरी पत्तेदार सब्जियां पोषण तत्वों से भरपूर होती हैं, इसलिए इन्हें रोज़ाना खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन बारिश के मौसम में इन्हें डाइट में शामिल न करना बेहतर होता है। इस मौसम में उमस बढ़ने की वजह से हरी पत्तेदार सब्जियां जल्दी खराब हो जाती हैं। इसके अलावा, मौसम की नमी की वजह से पौधे कीटाणुओं के लिए एक आदर्श प्रजनन स्थल बन जाते हैं। इसलिए इस मौसम में पालक, पत्ता गोभी और फूल गोभी जैसी सब्जियां नहीं खानी चाहिए।
मसाला चाय पिएं
मॉनसून में उमस और पसीने की वजह से हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसे पूरा करने के लिए पानी और तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाना चाहिए। साथ ही, आप मसाला चाय का आनंद भी ले सकते हैं। मसाला चाय में दालचीनी, तुलसी, अदरक और इलाइची का इस्तेमाल करें, ताकि संक्रमण से बचे रहें।
साफ पानी पिएं
कई लोग किचन के नल या बोरवेल से सीधे पानी पी लेते हैं। उन्हें इस बात का अहसास नहीं होता कि बारिश के मौसम में पानी कीटाणुओं से आसानी से संक्रमित हो जाता है। यह दूषित पानी पीने से पेट से जुड़े इंफेक्शन, दस्त या टाइफॉइड होने का ख़तरा रहता है।
मसालों का इस्तेमाल करें
मसाले एंटी-सेप्टिक और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होते हैं। अपनी डाइट में हल्दी, काली मिर्च और लौंग जैसे मसाले शामिल करने से आप संक्रमणों से बचे रहेंगे। साथ ही, ज़ुकाम और खांसी का जोखिम भी कम होगा।
इस मॉनसून में, इन टिप्स को अपनाकर आप अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं और बीमारियों से बच सकते हैं। संतुलित आहार और सही आदतें आपको स्वस्थ रखने में मदद करेंगी।