शोभना शर्मा। जयपुर स्थित पुलिस मुख्यालय (PHQ) को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई की। यह घटना रविवार रात पौने 9 बजे की है, जब पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर एक युवक ने पुलिस मुख्यालय में बम होने की सूचना दी। इसके बाद पूरे मुख्यालय को सुरक्षा के घेरे में ले लिया गया। सूचना के तुरंत बाद पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां, जैसे एटीएस (ATS), एसओजी (SOG), डॉग स्क्वॉड, और बम निरोधक दस्ता, मौके पर पहुंच गए। मुख्यालय और उसके आसपास के क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया, और किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
कैसे मिली धमकी और क्या हुई कार्रवाई?
रविवार रात पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर धमकी दी गई कि “पुलिस मुख्यालय में बम रखा गया है, जो किसी भी समय फट सकता है।” इस कॉल के बाद पुलिस तुरंत अलर्ट हो गई। सुरक्षा एजेंसियों ने PHQ और उसके आसपास के क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया। जगह-जगह जांच शुरू की गई, लेकिन अब तक किसी संदिग्ध वस्तु का पता नहीं चला है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कॉलर का पता लगाया और कुछ ही घंटों में उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए युवक का नाम नीरज शर्मा है।
नीरज शर्मा की गिरफ्तारी: शराब के नशे में दी थी धमकी
जांच के बाद पता चला कि धमकी देने वाला युवक नीरज शर्मा शराब के नशे में था। उसने नशे की हालत में यह कॉल किया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ कर रही है। हालांकि, धमकी के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा के सभी एहतियात बरते। PHQ के गेट को बंद कर दिया गया, और आने-जाने वाले हर व्यक्ति की कड़ी जांच की गई।
जयपुर ब्लास्ट की बरसी पर मिली थी स्कूलों को धमकी
इस घटना से पहले भी जयपुर में बम धमाकों की धमकी की घटनाएं हो चुकी हैं। 13 मई को, जयपुर ब्लास्ट की बरसी पर, जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र के 56 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। उस समय, अज्ञात व्यक्ति ने स्कूल के प्रिंसिपलों को ईमेल भेजकर स्कूल बिल्डिंग में बम होने की सूचना दी थी। इसके बाद, सभी स्कूलों को खाली करवाया गया था। पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर जांच की। हालांकि, जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली थी। 12 मई को, जयपुर समेत देश के 12 एयरपोर्ट्स को भी बम धमाकों की धमकी मिली थी। यह धमकियां सुरक्षा एजेंसियों को और सतर्क करने का संकेत देती हैं।
सुरक्षा बलों की तत्परता और एहतियात
इस तरह की घटनाओं में, पुलिस और सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई से किसी बड़े खतरे को टाला जा सका। डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दस्ते ने मुख्यालय और उसके आसपास के क्षेत्रों को अच्छी तरह जांचा।साथ ही, एटीएस और एसओजी ने मिलकर कॉलर का पता लगाया और नीरज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से यह साफ हो गया कि सुरक्षा बल किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।