शोभना शर्मा। पिछली सरकार के समय लागू की गई एकेडमिक एक्सीलेंस स्कॉलरशिप योजना के क्रियान्वयन में कई तरह की गडबडियां सामने आई थी। कमजोर आय वर्ग के परिवारों के बच्चों के लिए शुरू की गई इस योजना का ज्यादा लाभ प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों और उच्च आय वर्ग के परिवारों के बच्चे उठा रहे हैं। इसे देखते हुए मौजूदा सरकार ने इस योजना में कई बदलाव किए हैं।
जानिए भजनलाल सरकार द्वारा इस योजना में किए गए खास बदलाव –
- पहले योजना का नाम राजीव गांधी के नाम पर था, इसे बदल कर विवेकानंद के नाम पर कर दिया गया है।
- अब तक योजना मे सिर्फ विदेशी विश्वविद्यालय ही शामिल थे। अब नेशनल रैकिंग में पहले 50 स्थानों पर रहने वाले देश के विश्ववविद्यालयो और उच्च शिक्षण संस्थानोंं को भी इसमें शामिल किया गया है।
- पहले सिर्फ 200 विद्यार्थियों के लिए योजना थी। अब इसे बढा कर पांच सौ विद्यार्थियो के लिए कर दिया गया है। इसमें से तीन सौ छात्र विदेशी और दो सौ छात्र पढने के लिए जा सकेंगे।
- पहले चरण में पहली श्रेणी और दूसरे चरण में दूसरी श्रेणी के परिवारों के बच्चो को चयन किया जाएगा। पहली औैर दूसरी श्रेणी के परिवारों के छात्र नहीं मिलने पर ही तीसरी श्रेणी के परिवारों के छात्रों का चयन होगा।
- आठ लाख से कम आय वर्ग के परिवारों के बच्चों को 50 लाख रूपए तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसके साथ ही विदेश में रहने के लिए एक लााख रूपए प्रतिमाह तक का खर्च दिया जाएगा। वहीं आठ से पच्चीस लाख की आय वाले परिवारों के बच्चों को 42 लाख रूपए तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी तथा पचास हजार रूपए लिविंग एक्सपेंस के रूप में दिए जाएंगे। इस से अधिक आय वाले परिवारों के बच्चों को 34 लाख रूपए की स्कॉलरशिप दी जाएगी। रहने का खर्च नहीं दिया जाएगा।आवेदन प्रक्रिया शुरू
योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले चरण की आवेदन प्रक्रिया बीस जून तक चलेगी। इसके बाद अन्य तीन चरणो में आवेदन होंगे जो अगले वर्ष जनवरी तक चलेगे। कॉलेज शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर आवेदन का लिंक दिया गया है जहां ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा।