मनीषा शर्मा, अजमेर। सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय, अजमेर के आर्ट्स ब्लॉक में शुक्रवार को एक कक्ष की छत से अचानक प्लास्टर गिर गया। इस हादसे में सौभाग्यवश कोई छात्र या स्टाफ सदस्य उपस्थित नहीं था, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। हालांकि, इस घटना ने कॉलेज की जर्जर भवन स्थिति की पोल खोल दी है। इस घटना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं और छात्र नेताओं ने कॉलेज परिसर में एकत्र होकर कड़ी नाराज़गी जताई। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से तुरंत जर्जर भवनों की मरम्मत कराने की मांग की। छात्रों का कहना है कि यदि उस समय कोई छात्र कमरे में मौजूद होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था। इस गंभीर लापरवाही को लेकर छात्रों ने आक्रोश जताते हुए कॉलेज प्राचार्य के नाम एक ज्ञापन चीफ प्रोटेक्टर मनोज यादव को सौंपा।
छात्र नेताओं ने जताया रोष
एबीवीपी के महानगर सहमंत्री रविन्द्र जडेजा ने कहा कि, “आर्ट्स ब्लॉक के जिस कक्ष में छत से प्लास्टर गिरा, वह पहले से जर्जर हालत में था। कॉलेज प्रशासन को समय रहते इसकी मरम्मत करानी चाहिए थी। यह लापरवाही छात्रों की जान जोखिम में डाल सकती है। गनीमत रही कि घटना के समय कक्ष में कोई मौजूद नहीं था।” एबीवीपी कार्यकर्ता लक्ष्यराव सैनी ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्र मरम्मत नहीं कराई तो विद्यार्थी परिषद द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। छात्रों ने यह भी मांग की कि पूरे कॉलेज की भवन संरचना का निरीक्षण कर कमजोर हिस्सों की सूची बनाई जाए और त्वरित मरम्मत कार्य शुरू हो।
कॉलेज प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले में चीफ प्रोटेक्टर मनोज यादव ने बताया कि, “हमें कुछ कक्षों की स्थिति को लेकर शिकायत मिली है। बारिश के कारण प्लास्टर गिरा है। ऐसे कक्षों का जल्द निरीक्षण किया जाएगा और आवश्यक रिपेयरिंग करवाई जाएगी। इसके लिए एक समिति का गठन किया जाएगा जो पूरे आर्ट्स ब्लॉक की स्थिति की समीक्षा करेगी।” मनोज यादव ने भरोसा दिलाया कि छात्रों की सुरक्षा प्राथमिकता में है और भवन की मरम्मत के साथ-साथ अन्य ज़रूरी कदम भी जल्द उठाए जाएंगे।
भवन की दुर्दशा पर सवाल
यह घटना केवल एक कक्ष तक सीमित नहीं है। कई छात्र पहले भी कॉलेज की छतों और कक्षों की हालत को लेकर चिंता जता चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से कॉलेज भवन की मरम्मत में लापरवाही बरती जा रही है, जिससे छात्र और स्टाफ दोनों खतरे में हैं। कॉलेज की यह स्थिति अजमेर जैसे शिक्षा नगरी के लिए चिंताजनक है। बारिश के मौसम में छत से प्लास्टर या पानी टपकना आम बात हो चुकी है, लेकिन इस बार का मामला गंभीर हो गया क्योंकि प्लास्टर का गिरना एक बड़े हादसे का संकेत भी हो सकता है।