मनीषा शर्मा। राजस्थान सरकार लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को आधुनिक और सुलभ बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसी क्रम में RUHS अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं के व्यापक विस्तार की तैयारी शुरू कर दी गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कहा कि जल्द ही आरयूएचएस में कार्डियो, न्यूरो, यूरोलॉजी और गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी के लिए डेडीकेटेड सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक शुरू किए जाएंगे।
राठौड़ ने बताया कि यह कदम न केवल मरीजों को उन्नत चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगा, बल्कि सवाई मानसिंह अस्पताल पर बढ़ते मरीज भार को कम करने में भी सहायक होगा। उन्होंने स्टाफ की कमी दूर करने और मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
मास्टर प्लान की तैयारी और विस्तृत निरीक्षण
प्रमुख शासन सचिव ने अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार के लिए हाई लेवल मीटिंग कर अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आरयूएचएस अस्पताल को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का एक मजबूत विकल्प बनाना है, इसलिए सभी विभागों को अपनी जिम्मेदारियों को समयबद्ध गति से पूरा करना होगा।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने आउटडोर, इमरजेंसी, आईसीयू, जनरल वार्ड, जांच इकाइयों और दवा वितरण केंद्रों का जायजा लिया। साथ ही मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के काउंटर और रजिस्ट्रेशन सेंटर की कार्यप्रणाली की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी पात्र मरीज को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में कठिनाई न हो और जरूरी सुधार तुरंत लागू किए जाएं।
स्टाफ की कमी दूर करने और अटेंडेंस सिस्टम सुधार के निर्देश
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए गायत्री राठौड़ ने अस्पताल में आवश्यक मानव संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के संचालन के लिए पर्याप्त सीनियर रेजिडेंट्स, पैरामेडिकल स्टाफ और विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती को प्राथमिकता दी जाएगी।
अस्पताल में निर्धारित समय के अनुसार डॉक्टरों और स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम शुरू करने के निर्देश दिए गए। उनका कहना था कि इनडोर और आउटडोर दोनों जगह मरीजों की संख्या बढ़ाई जाए और उपलब्ध संसाधनों का पूरा उपयोग किया जाए।
सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक्स की शुरुआत से मरीजों को बड़ी राहत
कार्डियो, न्यूरो, यूरो और गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी ब्लॉक शुरू होने के बाद प्रदेश के लाखों मरीजों को जयपुर में एक और सशक्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। इससे गंभीर बीमारियों का उपचार समय पर और विशेषज्ञों की देखरेख में हो सकेगा।
आरयूएचएस पहले से ही एक महत्वपूर्ण चिकित्सा संस्थान है, लेकिन सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के विस्तार से यह चिकित्सा शिक्षा और उपचार दोनों ही क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार इसे उच्च स्तरीय मेडिकल रिसर्च और टीचिंग संस्थान के रूप में विकसित करना चाहती है, इसलिए मेडिकल कॉलेज में कक्षाओं के नियमित संचालन और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर
निरीक्षण के दौरान प्रमुख शासन सचिव ने आयुष्मान योजना सहित सभी सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं की उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि पात्र मरीजों को दवा, जांच और इलाज से जुड़ी सभी सुविधाएं बिना बाधा उपलब्ध हों।
अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिए राठौड़ ने आरयूएचएस के कुलपति प्रमोद येवले, चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों और अस्पताल प्रशासन के साथ विस्तृत चर्चा की। बैठक में चिकित्सा शिक्षा आयुक्त नरेश गोयल, संयुक्त शासन सचिव ललित कुमार और अधीक्षक डॉ. महेश मंगल भी मौजूद रहे।


