शोभना शर्मा। राजस्थान में असिस्टेंट प्रोफेसर (कॉलेज शिक्षा) भर्ती परीक्षा 2025 को लेकर चल रहे विवाद और कानूनी अड़चन पर अंततः विराम लग गया है। राजस्थान हाईकोर्ट की खंडपीठ ने एकल पीठ द्वारा परीक्षा पर लगाई गई रोक को हटाते हुए RPSC को परीक्षा तय कार्यक्रमानुसार आयोजित करने की अनुमति दे दी है। इस फैसले के बाद 92,600 अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली है, जो कई दिनों से असमंजस की स्थिति में थे।
खंडपीठ के निर्णय के तुरंत बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने आधिकारिक वेबसाइट पर प्रवेश-पत्र जारी कर दिए हैं और यह स्पष्ट कर दिया है कि भर्ती परीक्षा में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा। सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं और अभ्यर्थियों को निर्देशों का पालन करते हुए समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचने की सलाह दी गई है।
कैसे हटाई गई रोक — अदालत में क्या हुआ?
मामला तब शुरू हुआ जब हाईकोर्ट की एकल पीठ ने 3 दिसंबर 2025 को परीक्षा पर रोक लगाते हुए RPSC को पहले पाठ्यक्रम जारी करने का निर्देश दिया। आयोग ने इस आदेश को चुनौती देते हुए 4 दिसंबर 2025 को खंडपीठ में अपील दायर की। सुनवाई के दौरान RPSC की ओर से यह बताया गया कि:
परीक्षा का विस्तृत सिलेबस पहले ही जारी किया जा चुका था
तकनीकी और प्रशासनिक तैयारी पूरी है
परीक्षा को स्थगित करने पर हजारों अभ्यर्थियों का भविष्य प्रभावित होगा
आयोग की दलील स्वीकार करते हुए खंडपीठ ने परीक्षा स्थगन आदेश को निरस्त कर दिया और परीक्षा संपन्न कराने की अनुमति प्रदान कर दी। निर्णय के बाद अभ्यर्थियों में लंबे समय से चली आ रही अनिश्चितता समाप्त हो गई।
परीक्षा कार्यक्रम — कब और कैसे होंगी परीक्षाएं?
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। परीक्षा निम्नानुसार आयोजित होगी:
राजस्थान सामान्य ज्ञान (प्रश्न-पत्र प्रथम):
7 दिसंबर 2025 | दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तकऐच्छिक विषयों की परीक्षाएं:
8 दिसंबर से 20 दिसंबर 2025 तक प्रतिदिन दो पारियों मेंप्रथम पारी: सुबह 9:00 से 12:00 बजे तक
दूसरी पारी: दोपहर 2:30 से शाम 5:30 बजे तक
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रवेश-पत्र व वैध पहचान पत्र के बिना परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। अभ्यर्थियों को समय से पहले पहुंचने और सूचीबद्ध वस्तुओं पर प्रतिबंध का पालन करने की सलाह दी गई है।
RPSC का बयान — पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता
आयोग सचिव रामनिवास मेहता ने कहा कि RPSC पारदर्शी, निष्पक्ष और सुचारु भर्ती प्रक्रिया को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। परीक्षा संचालन से जुड़े सभी तकनीकी, सुरक्षा और प्रशासनिक इंतजाम पूरे किए जा चुके हैं और किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी


