मनीषा शर्मा। राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा रविवार को भीलवाड़ा जिले के बरुन्दनी पहुंचे, जहां शहीद जगन्नाथ मीणा की प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस अवसर पर उन्हें देखने और स्वागत करने के लिए भारी संख्या में समर्थक उमड़ पड़े। स्वागत का अंदाज भी अलग और चर्चित रहा। समर्थकों ने जेसीबी (बुलडोजर) मशीन से उन पर फूलों की बारिश कर उनका अभिनंदन किया। पूरे क्षेत्र में उत्साह और राजनीतिक ऊर्जा का वातावरण देखने को मिला।
कार्यक्रम के दौरान किरोड़ी लाल मीणा भावुक दिखे और उन्होंने शहीदों के सम्मान को सर्वोच्च बताते हुए कहा कि देश के लिए शहादत देने वाले योद्धाओं की स्मृतियों को अमर रखना सरकार और समाज का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने शहीद जगन्नाथ मीणा के परिवार को सम्मानित भी किया।
धर्मांतरण नियंत्रण कानून पर कड़े प्रावधान
अपने संबोधन में मंत्री मीना ने कहा कि मौजूदा सरकार ने प्रदेश में धर्मांतरण नियंत्रण कानून को सख्त और प्रभावी बनाया है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा कड़े प्रावधान शामिल किए गए हैं। उनका कहना था कि उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जैसे आदिवासी क्षेत्रों में इस कानून का असर साफ दिखेगा और जबरन धर्मांतरण करने वालों पर रोक लगेगी।
उन्होंने विपक्ष को निशाना बनाते हुए कहा कि कुछ तत्व समाज में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर सख्ती के साथ नियंत्रण कर रही है।
नकली खाद, बीज और पेस्टिसाइड पर बड़ी कार्रवाई
कृषि मंत्री ने बताया कि किसान यह सोच भी नहीं सकता कि बाजार में नकली खाद, खराब बीज या असरहीन पेस्टिसाइड बिक सकते हैं, लेकिन ऐसा हुआ और किसानों को नुकसान झेलना पड़ा। इस पर उन्होंने प्रदेश में व्यापक स्तर पर अभियान चलाया और नकली खाद-बीज सप्लाई करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और भविष्य में किसानों के हितों को सुरक्षित करने के लिए नए कानून लागू किए जाएंगे।
एसआईआर मुद्दे पर विपक्ष पर हमला
डॉ. मीणा ने भाषण के दौरान एसआईआर को लेकर विवादों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मामले को बिना वजह राजनीतिक रूप से तूल दे रहा है और जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने दावा किया कि फर्जी वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण किया जा रहा है ताकि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी बने। सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ की समस्या पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि घुसपैठिए वोट डाल सकें, जबकि सरकार ऐसी अवैध वोटिंग को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।


