मनीषा शर्मा। राजधानी जयपुर के पॉश और हाई-सिक्योरिटी वाले इलाके सिविल लाइंस में गुरुवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक एक लेपर्ड दिखाई दिया। सुबह के शांत माहौल में अचानक जंगली जानवर की मौजूदगी ने स्थानीय निवासियों के साथ-साथ अधिकारियों में भी हलचल मचा दी। यह क्षेत्र वीआईपी जोन माना जाता है, जहां मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और कई वरिष्ठ मंत्रियों व अधिकारियों के सरकारी बंगले स्थित हैं।
सचिन पायलट के बंगले के पास पहली बार देखा गया लेपर्ड
जानकारी के अनुसार सुबह सबसे पहले लेपर्ड कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के 11 नंबर बंगले के आसपास देखा गया। गश्त दल और सुरक्षा कर्मियों ने इसकी पुष्टि की और तुरंत वन विभाग को सूचना दी। स्थानीय लोगों ने बताया कि लेपर्ड कुछ देर तक इलाके में घूमता रहा और फिर सड़क पार करते हुए आगे बढ़ गया।
मंत्री सुरेश सिंह रावत के घर में घुसा लेपर्ड
लेपर्ड इसके बाद जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत के सरकारी आवास में घुस गया। सुरक्षाकर्मियों ने घर के आसपास के इलाके को तुरंत घेर लिया ताकि आम लोगों की आवाजाही रोकी जा सके। जैसे ही वन विभाग को स्थिति की गंभीरता का अंदाजा हुआ, डीसीएफ विजयपाल सिंह, रेंजर जितेंद्र सिंह शेखावत और पूरी रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची।
वन विभाग की टीम ने तुरंत पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया और लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज करने की रणनीति बनाई। टीम ने बंगले के अंदर और आसपास की जगहों को सुरक्षित तरीके से कवर करते हुए मॉनिटरिंग शुरू की।
रेस्क्यू टीम का ट्रेंकुलाइज ऑपरेशन जारी
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लेपर्ड को सुरक्षित पकड़ने के लिए ट्रेंकुलाइज गन और नेट का इस्तेमाल किया जा रहा है। किसी भी प्रकार की जनहानि न हो, इसके लिए पूरे इलाके को बैरिकेड किया गया है। टीम ने लोगों से अपील की है कि वे घरों से बाहर न निकलें और घटनास्थल के आसपास भीड़ न जुटाएं।
हाल ही में नाहरगढ़ सेंचुरी के पास मादा लेपर्ड की मौत का मामला
पिछले सप्ताह भी जयपुर के नाहरगढ़ सेंचुरी के पास गुर्जर घाटी इलाके में डेढ़ साल की मादा लेपर्ड ने एक महिला को घायल कर दिया था। घटना के बाद आसपास के लोगों ने लेपर्ड पर हमला कर दिया था। सोमवार को सर्च अभियान के दौरान वन विभाग को उसका शव मिला था। इस घटना ने वन्यजीव संरक्षण को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा कर दी थीं।


