शोभना शर्मा। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेता राधा मोहन दास अग्रवाल ने मंगलवार सुबह अंता उपचुनाव के नतीजों (Anta By Election Result 2025) पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण और बेबाक बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में यह दावा किया है कि यदि भाजपा चाहती तो अपनी प्रशासनिक ताकत और प्रभाव का इस्तेमाल करके अंता उपचुनाव को आसानी से जीत सकती थी, लेकिन पार्टी ने ऐसा नहीं किया। अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि भाजपा के लिए लोकतांत्रिक सिद्धांतों और नैतिकता को सर्वोपरि रखना राजनीतिक जीत से अधिक महत्वपूर्ण है।
यह बयान उस समय आया है जब अग्रवाल आगामी ‘यूनिटी मार्च’ की तैयारियों के लिए राजधानी जयपुर में मौजूद हैं और संगठनात्मक बैठकों का सिलसिला जारी है। उनका यह वक्तव्य ऐसे राजनीतिक माहौल में आया है, जब सत्तारूढ़ दल पर विपक्ष द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाने की आशंका हमेशा बनी रहती है। अग्रवाल का यह बयान, अप्रत्यक्ष रूप से विपक्ष के उन संभावित ‘वोट चोरी’ या चुनाव ‘हाईजैक’ के आरोपों का खंडन करता है, जो प्रायः चुनाव हारने के बाद विपक्षी दलों द्वारा लगाए जाते हैं।
‘वोट चोरी का आरोप लगाने वालों के गाल पर लोकतांत्रिक तमाचा’
राधा मोहन दास अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा सदैव निष्पक्ष चुनाव की पक्षधर रही है। उन्होंने आगे कहा, “हमें 6 महीने पहले से ही यह ज्ञात था कि अंता में उपचुनाव होगा। ऐसे में चुनाव की प्रक्रिया को नियंत्रित करने या प्रभावित करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। जनता की भावना और जनादेश का सम्मान करते हुए भाजपा ने पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ चुनाव लड़ा है।”
अग्रवाल ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा, “जो लोग चुनावों में ‘वोट चोरी’ के निराधार आरोप लगा रहे हैं, उन्हें दरअसल जनता ने ही करारा जवाब दिया है। अंता के परिणाम उनके इन आरोपों पर विराम लगाते हुए उनके गाल पर एक लोकतांत्रिक तमाचा हैं। यह परिणाम साबित करता है कि जनता अब झूठे और भ्रामक आरोपों से भ्रमित होने वाली नहीं है।”
गहलोत के ‘हाईजैक’ वाले बयान पर भाजपा प्रभारी का पलटवार
इस मौके पर भाजपा प्रभारी अग्रवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हालिया आरोपों पर भी तीखा पलटवार किया। गहलोत ने कथित तौर पर चुनाव को ‘हाईजैक’ करने संबंधी बयान दिया था। अग्रवाल ने कहा, “जब अशोक गहलोत की राजनीतिक प्रासंगिकता लगातार कम होती जा रही है और उन्हें जनता का समर्थन नहीं मिल रहा है, तभी वे इस तरह के अनर्गल और आधारहीन बयान देकर मीडिया और जनता का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने भाजपा की चुनावी सफलता का श्रेय जनता को देते हुए कहा, “भाजपा ने बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में जनता के सहयोग और विश्वास से चुनाव जीते हैं। यह जीत किसी प्रशासनिक दबाव का परिणाम नहीं, बल्कि जनता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच स्थापित अत्यंत मजबूत संबंध का प्रतीक है।” अग्रवाल ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का संवाद सीधे जनता के दिलों में उतर जाता है, जिससे देश भर में एक व्यापक जन-समर्थन देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस पर तीखा हमला: 65 वर्षों तक गरीबों को छला
कांग्रेस पार्टी पर सीधे निशाना साधते हुए राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने आजादी के बाद लगभग 65 वर्षों तक सत्ता में रहते हुए सिर्फ ‘गरीबी हटाओ’ का नारा दिया, लेकिन वास्तविकता में उन्होंने गरीबों को छलने और उनका वोट लेने का ही काम किया है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि मोदी सरकार ने गरीब कल्याण की योजनाओं को धरातल पर उतारकर यह साबित किया है कि भाजपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।
अग्रवाल ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया की पारदर्शिता पर विश्वास जताते हुए कहा कि यह पूरी तरह निष्पक्ष है और इसमें किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप या अनियमितता का कोई प्रश्न नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस केवल अपनी चुनावी हार और आंतरिक कलह से ध्यान भटकाने के लिए झूठे आरोप लगा रही है।
बिहार का उदाहरण और गहलोत को सलाह
राधा मोहन दास अग्रवाल ने कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा, “कांग्रेस की हालत देश भर में लगातार दयनीय होती जा रही है। बिहार विधानसभा में कांग्रेस के पास अब केवल 6 विधायक बचे हैं और खबरें हैं कि वे भी जल्द ही जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में अशोक गहलोत को राजस्थान के राजनीतिक ड्रामे में उलझने के बजाय, अपनी पार्टी के विधायकों को बचाने के लिए तुरंत बिहार जाकर प्रयास करना चाहिए।”


