मनीषा शर्मा। राजस्थान के अंता विधानसभा उपचुनाव में नरेश मीणा की हार को लेकर राज्य के कृषि मंत्री और अलवर जिला प्रभारी मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने पहली बार खुलकर प्रतिक्रिया दी है। अलवर दौरे के दौरान सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में हार-जीत एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और जनमत का प्रतिबिंब होता है। उन्होंने साफ कहा कि “चुनाव में कोई आगे बढ़ता है, तो कोई पीछे रह जाता है। जो हार गए, वे हार गए।”
किरोड़ी बोले: उपचुनाव में पार्टी की हार किसी न किसी स्तर पर कमियों का परिणाम
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने स्वीकार किया कि अंता उपचुनाव में पार्टी की हार किसी न किसी स्तर पर हुई कमियों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि संगठन इस हार का गहन विश्लेषण करेगा और आगे की रणनीतियों को और मजबूत किया जाएगा। उनका कहना था कि पार्टी विचारधारा की लड़ाई लड़ती है, और यही विचारधारा व संगठन की मजबूती है, जिसके कारण उन्होंने बिहार में बेहतर प्रदर्शन कर प्रचंड बहुमत हासिल किया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी एक सीट का हारना पूरे जनादेश का संकेत नहीं होता, बल्कि यह पार्टी के लिए आत्ममंथन का अवसर होता है। उनके अनुसार, संगठन आने वाले चुनावों में इन कमियों को दूर कर और बेहतर तरीके से जनता के सामने जाने की तैयारी करेगा।
मीडिया द्वारा पूछे गए अन्य सवालों पर भी मंत्री मीणा ने बेबाक जवाब दिए। प्याज की बढ़ती कीमतों पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और समाधान के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राजफेड और मेफेड के अधिकारियों के साथ बैठक कर ऐसे विकल्पों पर चर्चा चल रही है, जिससे सरकारी स्तर पर प्याज खरीद सुनिश्चित की जा सके और बाजार में तेजी से कीमतों को नियंत्रित किया जा सके।
नकली खाद प्रकरण पर भी मंत्री मीणा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि रासायनिक खाद की फैक्ट्रियों और सप्लाई नेटवर्क पर छापेमारी तेज कर दी गई है। कई जगहों पर नकली खाद का पता चलने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसानों के हितों से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा और नकली खाद बेचने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।


