मनीषा शर्मा। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने प्रदेश ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के माहौल को भी नई दिशा दे दी है। केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने इन परिणामों को देश की राजनीतिक सोच में हो रहे बड़े परिवर्तन का संकेत बताया। उनका कहना है कि इस चुनाव में जनता ने स्पष्ट कर दिया कि अब लड़ाई ‘जंगल राज’ और ‘विकासवाद’ के बीच है, और बिहार ने भारी बहुमत के साथ विकासवाद को चुना है।
शेखावत के अनुसार, बिहार का जनादेश सिर्फ एक राज्य की सरकार नहीं बदलता, बल्कि यह पूरे देश की उस मानसिकता को दर्शाता है जिसमें जनता अब अवसरवाद, झूठे नैरेटिव और नकारात्मक राजनीति के खिलाफ खड़ी हो चुकी है।
जनता ने दिया विकासवाद के पक्ष में ऐतिहासिक निर्णय
शेखावत ने कहा कि भाजपा, जेडीयू, हम और वीआईपी जैसे एनडीए के सभी घटक दलों ने तालमेल और सामूहिक शक्ति के साथ चुनाव लड़ा। परिणामस्वरूप बिहार की जनता ने प्रचंड बहुमत देकर यह साबित कर दिया कि अब देश में केवल विकास की राजनीति चलेगी।
उन्होंने कहा कि जिस तरह जनता ने भारी मतदान करके एनडीए को सत्ता सौंपी, वह इस तथ्य का प्रमाण है कि लोग अब झूठे आरोपों, भ्रम पैदा करने वाले बयानों और वोट बैंक की राजनीति को खारिज कर रहे हैं। शेखावत ने बताया कि इस बार लगभग 10% अधिक मतदान दर्ज किया गया, जो इस बात का संकेत है कि जनता नकारात्मक राजनीति को सिरे से नकार चुकी है।
झूठी और नकारात्मक राजनीति को जनता का करारा जवाब
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ‘वोट चोरी’ जैसे आधारहीन आरोप लगाकर लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सवाल खड़े करने की कोशिश करने वाली राजनीति को जनता ने साफ तौर पर अस्वीकार कर दिया है।
शेखावत ने कहा कि नकारात्मक राजनीति करने वालों को जनता ने चुनाव परिणामों के माध्यम से करारा जवाब दिया है। विपक्ष की तमाम कोशिशों के बाद भी वे दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सके, जबकि एनडीए को लोगों ने अभूतपूर्व समर्थन दिया।
स्तरहीन बयानों पर भी जनता का जवाब
केंद्रीय मंत्री ने चुनाव अभियान के दौरान विपक्ष की ओर से की गई निम्नस्तरीय टिप्पणियों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की माता से लेकर छठ मैया तक पर की गई टिप्पणियों का जनता ने मतदान के माध्यम से बेहद कड़ा जवाब दिया है।
शेखावत के अनुसार, यह चुनाव सिर्फ किसी गठबंधन की जीत नहीं, बल्कि जनता द्वारा असभ्य, असंस्कारी और स्तरहीन राजनीति को पूरी तरह नकारने का परिणाम है।
एनडीए की संगठनात्मक शक्ति बनी जीत की कुंजी
शेखावत ने बताया कि इस जीत के पीछे भाजपा और उसके सहयोगी दलों की मजबूत संगठनात्मक क्षमता प्रमुख कारण रही। उन्होंने कहा कि जिन सीटों पर गठबंधन ने सामूहिक शक्ति के साथ चुनाव लड़ा, वहां उनका स्ट्राइक रेट 80 से 90% तक रहा।
यह मॉडल भाजपा और उसके सहयोगियों के बीच तालमेल और सफल चुनावी रणनीति का एक उत्कृष्ट उदाहरण बनकर सामने आया है।
आतंकवाद पर केंद्र सरकार का संकल्प: जीरो टॉलरेंस
बिहार चुनाव के विश्लेषण के बाद शेखावत ने जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाने में हुए विस्फोट पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि घटना से पहले ही सुरक्षा एजेंसियां सतर्क थीं और पहले की गई बरामदगी ने एक बड़े हादसे को होने से बचा लिया।
2900 किलो विस्फोटक की बड़ी बरामदगी को लेकर उन्होंने कहा कि अगर आतंकवादी अपने उद्देश्य में सफल हो जाते, तो अकल्पनीय नुकसान हो सकता था। उन्होंने स्पष्ट कहा कि केंद्र सरकार आतंकवाद को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर पूरी दृढ़ता से कायम है।
शेखावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों और उन्हें समर्थन देने वालों को, चाहे वे देश में हों या विदेश में, किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सरकार उन्हें नेस्तनाबूद करने की नीति पर अडिग है।


