शोभना शर्मा। राजस्थान के प्रशासनिक गलियारों में उस वक्त हलचल मच गई जब 2014 बैच की आईएएस अधिकारी भारती दीक्षित ने अपने पति और सहकर्मी अधिकारी आशीष मोदी के खिलाफ घरेलू हिंसा, अपहरण और तलाक के लिए दबाव जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए जयपुर के एसएमएस थाने में एफआईआर दर्ज कराई। कभी एक-दूसरे की सफलता में सहभागी रही यह प्रशासनिक जोड़ी आज कानूनी जंग में आमने-सामने है। यह मामला न सिर्फ व्यक्तिगत रिश्तों की जटिलता को दर्शाता है बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था के भीतर के तनावों को भी उजागर करता है।
भारती दीक्षित: मेडिकल से प्रशासन तक की प्रेरक यात्रा
दिल्ली में जन्मीं और शिक्षक माता-पिता की बेटी भारती दीक्षित शुरू से ही मेधावी छात्रा रहीं। उन्होंने मेडिकल साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद 2012 में यूपीएससी की संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 13 प्राप्त की और एनडीएमसी में मेडिकल ऑफिसर बनीं। लेकिन उनका लक्ष्य प्रशासनिक सेवा में जाना था। उन्होंने अपने सपने को साकार करते हुए 2013 में सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 5 हासिल की। महिलाओं में वह टॉपर रहीं और यह उपलब्धि उन्हें देशभर में चर्चा का केंद्र बना गई। भारती को राजस्थान कैडर मिला और उन्होंने बतौर कलेक्टर अपने कार्यकाल में महिला सशक्तिकरण, शिक्षा सुधार और बाल सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया। उनके कार्यों के लिए उन्हें कई पुरस्कार और सम्मान भी मिले।
आशीष मोदी: संकट प्रबंधन में सराहे गए अधिकारी
भारती दीक्षित के पति आशीष मोदी भी आईएएस अधिकारी हैं और नागालैंड कैडर से अपने करियर की शुरुआत की थी। शादी के बाद उनका राजस्थान कैडर में ट्रांसफर हुआ। जैसलमेर और भीलवाड़ा जैसे जिलों में बतौर कलेक्टर उन्होंने विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान प्रबंधन और राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्तमान में वे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
2015 में जयपुर में हुई थी शादी, ट्रेनिंग के दौरान हुई थी मुलाकात
भारती और आशीष की मुलाकात वर्ष 2014 में ट्रेनिंग के दौरान हुई थी। समान विचारधारा और प्रशासनिक सेवा के प्रति जुनून ने दोनों को करीब लाया और अगले वर्ष 2015 में जयपुर के एक फार्महाउस में विवाह हुआ। शुरुआती वर्षों में यह जोड़ी सफलता और समझदारी की मिसाल मानी जाती थी। कई अवसरों पर दोनों ने एक-दूसरे की उपलब्धियों की सार्वजनिक रूप से सराहना भी की। लेकिन भारती के अनुसार, कुछ वर्षों में रिश्ते की तस्वीर पूरी तरह बदल गई।
आईएएस पत्नी के गंभीर आरोप: अपहरण, प्रताड़ना और तलाक के लिए दबाव
एफआईआर में भारती दीक्षित ने दावा किया है कि उनके पति आशीष मोदी ने शराब के नशे में कई बार उन पर शारीरिक हिंसा और मानसिक प्रताड़ना की। उन्होंने आरोप लगाया कि आशीष ने उनके फोन की जासूसी करवाई और बेटी को धमकी दी। भारती का कहना है कि 14 अक्टूबर 2025 को स्थिति गंभीर हो गई, जब आशीष और उनके दो साथियों ने उनका कथित रूप से अपहरण कर तलाक के कागजों पर साइन करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आशीष ने उनसे शादी केवल इस उद्देश्य से की थी कि उन्हें राजस्थान कैडर ट्रांसफर मिल सके। 7 नवंबर को दर्ज एफआईआर में भारती ने अपनी और बेटी की सुरक्षा की मांग की है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और तकनीकी साक्ष्यों की जांच की जा रही है।
आशीष मोदी ने आरोपों को बताया निराधार
दूसरी ओर, आशीष मोदी ने भारती द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि, “यह मामला फिलहाल जांच के अधीन है। मैं कानून का सम्मान करता हूं और जांच में पूरा सहयोग दूंगा।” उनका कहना है कि सच्चाई सामने आने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। हालांकि, उन्होंने इस मामले पर विस्तृत टिप्पणी करने से इनकार किया।
प्रशासनिक जगत में चर्चा और सोशल मीडिया पर बहस
भारती और आशीष दोनों ही राजस्थान के सक्रिय और लोकप्रिय आईएएस अधिकारियों में गिने जाते रहे हैं। ऐसे में इस विवाद ने राज्य के प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा लगातार चर्चा में है। कई यूजर्स ने इस घटना को “प्रशासनिक जीवन की निजी विफलता” बताया है, जबकि कुछ इसे “महिलाओं के लिए प्रेरणा का पतन” करार दे रहे हैं। एक यूजर ने टिप्पणी की— “जो रिश्ता कभी सफलता की मिसाल था, वही अब एक कानूनी संघर्ष बन गया है।”
आईएएस दंपती भारती दीक्षित और आशीष मोदी का यह मामला निजी जीवन से निकलकर अब सार्वजनिक और प्रशासनिक विमर्श का विषय बन गया है। एफआईआर के बाद जयपुर पुलिस और महिला सुरक्षा विभाग जांच में जुटे हैं।


