शोभना शर्मा। दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार धमाके ने पूरे देश को हिला दिया है। इस घटना में 12 लोगों की मौत और कई अन्य घायल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह भूटान की राजधानी थिम्पू में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज मैं बहुत दुखी मन से यहां आया हूं। कल शाम दिल्ली में हुई भयावह घटना ने सभी को बहुत दुखी किया है। मैं प्रभावित परिवारों का दर्द समझता हूं। पूरा देश आज उनके साथ खड़ा है।”
मोदी ने कहा कि उन्होंने बीती रात इस घटना की जांच कर रही एजेंसियों से लगातार संपर्क बनाए रखा था। उन्होंने कहा, “हमारी एजेंसियां इस साजिश की तह तक पहुंचेंगी। इसके पीछे के षड्यंत्रकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।”
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी घटनाएं देश की शांति और एकता को कमजोर नहीं कर सकतीं। उन्होंने देशवासियों से संयम बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की।
दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह ने बुलाई आपात बैठक
इधर, धमाके के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में गृह सचिव, आईबी निदेशक, दिल्ली पुलिस कमिश्नर, एनआईए प्रमुख और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए।
बैठक के दौरान शाह ने देशभर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और जांच एजेंसियों को हर संभव दिशा में जांच करने के निर्देश दिए। बताया गया कि जम्मू-कश्मीर के डीजीपी भी इस बैठक में ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, अमित शाह ने कहा कि यह हमला राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर चुनौती है और जिम्मेदार सभी लोगों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने एनआईए और दिल्ली पुलिस को सभी संभावित लिंक तलाशने और आतंकवादी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के निर्देश दिए।
लाल किले के पास हुआ धमाका, 12 की मौत, कई घायल
यह विस्फोट सोमवार शाम करीब 6:45 बजे हुआ जब लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास खड़ी हुंडई i20 कार में धमाका हो गया। कार हरियाणा के नंबर से रजिस्टर्ड थी। धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास खड़े लोगों की मौके पर मौत हो गई और कई घायल हुए।
घटना के तुरंत बाद एनएसजी और एनआईए की टीमें मौके पर पहुंचीं और जांच शुरू की। विस्फोट स्थल से बरामद हुए मलबे से पता चला है कि धमाके में हाई इंटेंसिटी विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ मृतकों की पहचान हो चुकी है, जबकि अन्य की पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए की जा रही है।
संदिग्ध उमर मोहम्मद पर जांच केंद्रित
धमाके की जांच में अब तक सामने आया है कि इस घटना का मुख्य संदिग्ध उमर मोहम्मद है, जो जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले का निवासी है। उमर फरीदाबाद स्थित अल फलाह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रूप में कार्यरत था।
सूत्रों के अनुसार, उमर कथित रूप से एक रेडिकल इस्लामिक नेटवर्क से जुड़ा हुआ था। यह नेटवर्क टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म पर सक्रिय था और इसमें कुछ डॉक्टर और मेडिकल छात्र शामिल थे।
पुलिस जांच में पता चला है कि उमर, डॉ. आदिल नामक व्यक्ति के संपर्क में था, जो पहले से सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में था। दोनों ने पिछले महीनों में कई बार दिल्ली और फरीदाबाद के बीच मुलाकात की थी।
अब तक जैश-ए-मोहम्मद के इस मॉड्यूल से जुड़े 7 आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनसे पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। एनआईए की टीम उमर के संपर्कों और डिजिटल कम्युनिकेशन की जांच कर रही है।
देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
दिल्ली धमाके के बाद पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। प्रमुख रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है।
गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि वे भीड़भाड़ वाले इलाकों में गश्त बढ़ाएं और संवेदनशील जगहों की निगरानी करें। दिल्ली पुलिस ने राजधानी के सभी मॉल, मेट्रो स्टेशन और बाजारों में डॉग स्क्वॉड और बम डिस्पोजल यूनिट्स तैनात किए हैं।


