मनीषा शर्मा। राजस्थान और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा एक बड़ा नाम आखिरकार कानून के शिकंजे में आ गया है। गैंग का सक्रिय सदस्य जगदीप सिंह उर्फ जग्गा को अमेरिका में यूएस इमीग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) ने डिटेन कर लिया है। आरोपी लंबे समय से फरार था और रोहित गोदारा गैंग के लिए काम कर रहा था। अब राजस्थान की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) उसे भारत लाने की प्रक्रिया में जुट गई है। एडीजी एजीटीएफ दिनेश एम.एन. ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि लॉरेंस गैंग का यह सदस्य पंजाब और राजस्थान दोनों राज्यों में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। वह अमेरिका में रहकर गैंग के लिए एक्सटॉर्शन, धमकी और फायरिंग जैसे मामलों में सक्रिय था।
अमेरिका में ICE ने डिटेन किया लॉरेंस गैंग का यह कुख्यात अपराधी
राजस्थान एजीटीएफ को काफी समय से जग्गा की गतिविधियों पर नजर थी। सूत्रों के अनुसार, एजेंसी ने लगातार उसके नेटवर्क की मॉनिटरिंग की और उसके ठिकानों की जानकारी विदेशी एजेंसियों से साझा की। इस कार्रवाई के बाद कनाडा और यूएसए बॉर्डर क्षेत्र में अमेरिकी एजेंसी ICE ने जगदीप सिंह को डिटेन कर लिया। वह फिलहाल अमेरिकी पुलिस की हिरासत में है। राजस्थान और भारत की केंद्रीय जांच एजेंसियां अब उसके प्रत्यर्पण (Extradition) की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही हैं ताकि उसे जल्द भारत लाया जा सके और यहां दर्ज मुकदमों में कार्रवाई की जा सके।
पंजाब में एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे, राजस्थान में भी कई केस दर्ज
अधिकारियों के अनुसार, जगदीप सिंह पर पंजाब में एक दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वहीं राजस्थान के जोधपुर में भी उसके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज हैं।
प्रतापनगर थाना में मार्च 2017 में उसने डॉ. सुनिल चन्दक पर फायरिंग कर हत्या की धमकी दी थी।
सरदारपुरा थाना में सितंबर 2017 में व्यापारी वासुदेव इसरानी मर्डर केस में वह मुख्य आरोपी के रूप में शामिल था।
इन दोनों मामलों में वह लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल विश्नोई के साथ जेल में बंद भी रह चुका है।इसके अलावा, अदालत ने उसे घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित कर रखा है और उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी है।
दुबई से अमेरिका तक भागने की साजिश, 3 साल से विदेश में सक्रिय
एजीटीएफ की जांच में खुलासा हुआ कि जगदीप सिंह करीब तीन साल पहले दुबई भाग गया था। उसने खुद के असली पासपोर्ट का इस्तेमाल कर दुबई में शरण ली थी। वहां से उसने लॉरेंस और रोहित गोदारा गैंग के लिए विदेशी ठिकानों से काम करना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद उसने अवैध तरीके से दुबई से अमेरिका का रुख किया। वहां से वह लगातार भारत में गैंग की गतिविधियों का संचालन करता रहा। उसने सोशल मीडिया के माध्यम से कई धमकियां दीं और देश में होने वाली फायरिंग की घटनाओं में अप्रत्यक्ष रूप से भूमिका निभाई।
राजस्थान एजीटीएफ की सतर्कता से मिली सफलता
राजस्थान एजीटीएफ ने लंबे समय से जग्गा के खिलाफ खुफिया नेटवर्क खड़ा कर रखा था। एजेंसी ने न केवल उसके देश के अंदरूनी ठिकानों की जांच की बल्कि विदेशों में उसके संपर्कों को भी खंगाला। एडीजी दिनेश एम.एन. के नेतृत्व में तैयार की गई विस्तृत रिपोर्ट को भारत सरकार और विदेशी एजेंसियों को सौंपा गया। इसी समन्वय के बाद अमेरिकी एजेंसी ICE ने कार्रवाई कर उसे डिटेन किया। यह राजस्थान एजीटीएफ के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कई सदस्य विदेशों में सक्रिय हैं, और उनका पता लगाना एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती रहा है।
भारत लाने की प्रक्रिया शुरू
सूत्रों के अनुसार, अब भारत सरकार और अमेरिकी प्रशासन के बीच प्रत्यर्पण प्रक्रिया पर चर्चा चल रही है। भारत की ओर से आरोपी के खिलाफ दर्ज मुकदमों की डिटेल और कोर्ट वारंट की कॉपी अमेरिकी अधिकारियों को भेजी गई है। राजस्थान पुलिस का कहना है कि जैसे ही सभी औपचारिकताएं पूरी होंगी, जगदीप सिंह को भारत लाया जाएगा। इसके बाद उस पर राजस्थान और पंजाब में दर्ज सभी मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लॉरेंस गैंग के नेटवर्क पर बड़ी चोट
जगदीप सिंह की गिरफ्तारी से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। पुलिस के मुताबिक, विदेशों में रहकर गैंग के कई सदस्य भारत में अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। जग्गा की गिरफ्तारी से इस नेटवर्क की कई परतें खुलने की उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि अब गैंग के अन्य सदस्यों और उनके विदेशी संपर्कों पर भी कार्रवाई की जाएगी। राजस्थान और पंजाब पुलिस ने इस दिशा में संयुक्त रणनीति बनानी शुरू कर दी है।


