शोभना शर्मा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राजस्थान सहित उत्तर भारत के कई राज्यों के लिए भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना अवदाब अब गहरे अवदाब में बदल गया है और इसके चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का रूप लेने के बाद इसका असर राजस्थान के कई जिलों में देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान अगले दो दिनों तक सक्रिय रहेगा और 27 से 29 अक्टूबर तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। जबकि 30 अक्टूबर से मौसम धीरे-धीरे सामान्य होने लगेगा।
इन संभागों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने बताया कि तूफान ‘मोंथा’ के प्रभाव से उदयपुर, कोटा, अजमेर, जोधपुर, जयपुर और भरतपुर संभागों में मध्यम से तेज बारिश की संभावना है।
विशेष रूप से कोटा और उदयपुर संभाग के कुछ इलाकों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।
विभाग ने किसानों और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी है। जिन जिलों में नदी-नालों के किनारे खेती या आवासीय क्षेत्र हैं, वहां जलभराव और फसल नुकसान की आशंका जताई गई है।
कोटा-हाड़ौती अंचल में झमाझम बारिश से बदला मौसम का मिजाज
रविवार को हाड़ौती क्षेत्र में मौसम ने करवट बदली। कोटा शहर में सुबह से ही घने बादलों ने सूरज को ढक लिया। दिनभर ठंडी हवाएं चलती रहीं और शाम को हल्का कोहरा छा गया।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कोटा का अधिकतम तापमान 2 डिग्री गिरकर 30.0°C दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 21.1°C रहा। हवा की रफ्तार करीब 5 किमी प्रति घंटे रही।
सांगोद क्षेत्र में शाम को करीब पौन घंटे तक लगातार बारिश हुई, जिसमें 16 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान करीब 15 मिनट तक झमाझम बारिश से गलियों और सड़कों पर पानी भर गया। बारिश से जहां रबी फसलों की बुवाई में राहत मिली, वहीं धान की पकी फसल भीग जाने से किसानों की चिंता बढ़ी।
बारां और झालावाड़ में भी रुक-रुककर बरसात का दौर जारी
बारां जिले में दिनभर बादलों की आवाजाही बनी रही। देर शाम को करीब दस मिनट तक हल्की बारिश हुई, जबकि कई ग्रामीण इलाकों में रातभर बूंदाबांदी का क्रम जारी रहा।
झालावाड़ जिले के पनवाड़ कस्बे में दोपहर करीब सवा तीन बजे मेघ गर्जना के साथ रिमझिम बारिश शुरू हुई, जो धीरे-धीरे तेज होती गई। लायफल गांव में बीस मिनट तक तेज बारिश दर्ज की गई, इसके बाद पौने चार बजे से लगातार वर्षा का सिलसिला जारी रहा।
वहीं बूंदी जिले में भी सोमवार सुबह से हल्की बारिश का दौर बना हुआ है। बादल छाए रहने से दिनभर ठंडक बनी रही और तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
तूफान ‘मोंथा’ से बढ़ेगी सर्दी की दस्तक
मौसम विभाग के अनुसार, इस चक्रवाती प्रणाली का असर अगले कुछ दिनों तक रहेगा। बारिश के बाद तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
इसके साथ ही राज्य के उत्तरी इलाकों में हल्की ठंडक महसूस की जाएगी। विभाग ने बताया कि अक्टूबर के अंत तक तापमान में यह गिरावट आगामी सर्दियों के आगमन का संकेत दे रही है।
राजस्थान के पश्चिमी जिलों — बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर — में हल्के बादल छाए रहेंगे, लेकिन यहां भारी बारिश की संभावना नहीं है।
किसानों को सतर्क रहने की सलाह
आईएमडी ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी कटाई की गई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और बारिश के दौरान खेतों में काम करने से बचें।
विशेषकर कोटा और उदयपुर संभाग के किसानों को फसल क्षति से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है। साथ ही ग्रामीण इलाकों में निचले क्षेत्रों में रहने वालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।


