मनीषा शर्मा। राजस्थान का प्रसिद्ध पुष्कर मेला 2025 इस बार सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिहाज से और अधिक सख्त रहने वाला है। प्रशासन ने घोषणा की है कि इस बार अजमेर-पुष्कर मार्ग पर वन-वे ट्रैफिक सिस्टम दो दिन के बजाय पांच दिन तक लागू रहेगा। यह व्यवस्था 1 नवंबर से 5 नवंबर (कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक) जारी रहेगी। अजमेर जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। लगभग 2000 से अधिक पुलिसकर्मी, सिविल डिफेंस, और गोताखोरों की तैनाती की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में कोई बाधा न आए।
वन-वे ट्रैफिक सिस्टम रहेगा पांच दिन लागू
इस बार पुष्कर मेला क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को और व्यवस्थित करने के लिए वन-वे ट्रैफिक योजना को पांच दिन तक लागू किया जाएगा। अजमेर-पुष्कर मार्ग पर वाहनों का प्रवेश और निकास अलग-अलग रास्तों से कराया जाएगा। इस दौरान केवल उन्हीं वाहनों को प्रवेश की अनुमति होगी, जिनके पास अधिकृत पास (Authorized Pass) होगा। सरकारी वाहनों और मेला ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के निजी वाहनों के लिए अलग-अलग पास जारी किए जाएंगे। यह कदम भीड़भाड़ को नियंत्रित करने और यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
सुरक्षा के लिए तैनात होंगे 2000 पुलिसकर्मी
पुष्कर मेला हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं, विदेशी पर्यटकों और व्यापारियों को आकर्षित करता है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। इस बार 2000 से अधिक पुलिसकर्मी मेले के दौरान विभिन्न स्थानों पर तैनात रहेंगे।
अजमेर एसपी वंदिता राणा,
एएसपी ग्रामीण दीपक कुमार,
ट्रैफिक सीओ आयुष वशिष्ठ
की ओर से संपूर्ण सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी। मुख्य मार्गों, पार्किंग स्थलों और पुष्कर सरोवर के आसपास सुरक्षा बलों की विशेष तैनाती रहेगी। भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए ड्रोन सर्विलांस की भी संभावना जताई जा रही है।
सिविल डिफेंस और गोताखोर रहेंगे अलर्ट
सीओ अजमेर ग्रामीण रामचंद्र चौधरी ने जानकारी दी कि इस बार पुष्कर सरोवर में पानी का स्तर सामान्य से ऊंचा है, इसलिए सिविल डिफेंस और गोताखोरों की टीमों को विशेष रूप से तैनात किया जाएगा। इन टीमों का कार्य होगा:
किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य करना।
सरोवर के घाटों पर सुरक्षा की निगरानी रखना।
श्रद्धालुओं को भीड़भाड़ और गहराई वाले स्थानों से दूर रखना।
इस तरह की व्यवस्थाओं से श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचाव होगा।
होगा रूट डायवर्जन और विशेष पार्किंग व्यवस्था
मेले के दौरान रूट डायवर्जन (मार्ग परिवर्तन) लागू किया जाएगा ताकि यातायात सुचारू बना रहे। प्रशासन ने पुष्कर में आने-जाने वाले सभी मार्गों पर दिशा-निर्देश बोर्ड और होर्डिंग्स लगाने का निर्णय लिया है। इन होर्डिंग्स पर विशेष QR कोड आधारित पार्किंग जानकारी दी जाएगी। श्रद्धालु अपने मोबाइल से QR कोड स्कैन कर निकटतम पार्किंग स्थल का स्थान और दिशा-निर्देश प्राप्त कर सकेंगे। इस बार मेले में कई अस्थायी पार्किंग स्थल भी बनाए गए हैं ताकि वाहनों की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और मुख्य मार्गों पर जाम की स्थिति न बने।
श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा पर जोर
अजमेर प्रशासन का कहना है कि इस बार का पुष्कर मेला “सुरक्षा और सुविधा दोनों” के दृष्टिकोण से बेहतर प्रबंधन के साथ आयोजित किया जाएगा। भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक मैनेजमेंट, पार्किंग व्यवस्था और सुरक्षा निगरानी के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए विशेष हेल्प डेस्क, लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर, और आपातकालीन नियंत्रण कक्ष (Emergency Control Room) भी स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, मेले के दौरान चिकित्सा सुविधा, पीने के पानी और स्वच्छता व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। पुष्कर मेला 2025 के लिए इस बार प्रशासन ने बेहद सख्त और सुव्यवस्थित योजनाएं तैयार की हैं। पांच दिनों तक वन-वे ट्रैफिक लागू रहेगा, हजारों सुरक्षाकर्मी और गोताखोर सुरक्षा संभालेंगे, और श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक पार्किंग व्यवस्था उपलब्ध होगी।


