शोभना शर्मा। दीपों के त्योहार दीपावली 2025 के साथ ही राजस्थान में मौसम ने करवट ले ली है। रविवार 19 अक्टूबर को रूप चौदस (छोटी दीपावली) के दिन प्रदेश के कई हिस्सों में ठंड का असर महसूस किया गया। मौसम विभाग के अनुसार दीपावली के दिन यानी सोमवार, 20 अक्टूबर को तापमान में और गिरावट आने की संभावना जताई गई है।
मौसम केंद्र जयपुर की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार की रात शेखावाटी क्षेत्र का सीकर सबसे ठंडा शहर रहा। यहां न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.2 डिग्री कम है। इसके साथ ही दौसा और जालोर में भी ठंडक ने दस्तक दी। दौसा में न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस, जबकि जालोर में 15.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। इस तरह दीपावली की रोशनी के बीच अब सर्द हवाओं ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है।
प्रदेशभर में तापमान में गिरावट
रविवार को प्रदेश के दस से अधिक शहरों में तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। इनमें प्रमुख रूप से अजमेर, भीलवाड़ा, वनस्थली, जयपुर, कोटा, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली और जोधपुर शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से रात के तापमान में निरंतर गिरावट देखी जा रही है, जो सर्दी की शुरुआत का संकेत है।
जयपुर में रविवार को तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस गिरकर 19.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं, शेखावाटी के अलावा कोटा, चित्तौड़गढ़, डबोक, संगरिया, करौली और दौसा जैसे जिलों में भी सुबह और रात के समय हल्की ठंडक महसूस की जा रही है। राजस्थान में मौसम का यह बदलाव इस बात का संकेत है कि सर्दी अब आधिकारिक तौर पर दस्तक दे चुकी है।
दीपावली के बाद और बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग का कहना है कि दीपावली के बाद प्रदेश का मौसम शुष्क रहेगा। आसमान साफ रहने और बादल न होने के कारण रात में तापमान में और गिरावट आने की पूरी संभावना है। इससे ठंड का असर और बढ़ेगा तथा सुबह-शाम की ठिठुरन स्पष्ट रूप से महसूस होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि दीपावली के बाद उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों से आने वाली ठंडी हवाएं राजस्थान में तापमान को और नीचे ले जाएंगी। इससे नवंबर के पहले सप्ताह तक सर्दी का मौसम पूरी तरह स्थापित हो सकता है। जयपुर मौसम केंद्र के विशेषज्ञों का कहना है कि “अब से अगले 3 से 4 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की और गिरावट संभव है।” इससे प्रदेश के उत्तरी जिलों — जैसे सीकर, झुंझुनूं, चूरू, नागौर — में हल्की सर्दी से लेकर ठिठुरन तक महसूस की जा सकती है।
सर्दी की दस्तक के संकेत
राजस्थान में अक्टूबर का तीसरा सप्ताह आमतौर पर गर्म और शुष्क रहता है, लेकिन इस बार दीपावली से पहले ही उत्तर-पूर्वी हवाओं के प्रभाव के कारण ठंड की स्थिति तेजी से बनी है। शुष्क हवाओं और कम आर्द्रता के कारण रातें ठंडी और दिन सुहावने हो गए हैं।
सीकर और शेखावाटी में ठंडी हवाओं का प्रभाव सबसे पहले महसूस किया जाता है क्योंकि यह इलाका रेगिस्तानी और खुले मैदानों वाला है। यही कारण है कि यहां रात का तापमान सबसे पहले गिरता है। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में जैसलमेर और बाड़मेर जैसे पश्चिमी जिलों में भी तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे समूचे प्रदेश में सर्दी का मौसम शुरू हो जाएगा।
किसानों और आम लोगों पर असर
सर्दी की शुरुआत का असर अब ग्रामीण जीवन पर भी दिखने लगा है। खेतों में सुबह ओस की परतें जमने लगी हैं और किसान फसलों की सुरक्षा के लिए तैयारियां शुरू कर चुके हैं। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, तापमान में गिरावट रबी फसलों — जैसे गेहूं, चना और सरसों — के लिए फायदेमंद मानी जाती है। यदि ठंड का यह रुझान अगले कुछ दिनों तक बना रहता है, तो यह फसलों की बढ़वार के लिए सकारात्मक रहेगा।
वहीं शहरी इलाकों में सुबह-शाम लोगों ने हल्की ऊनी वस्त्रों का प्रयोग शुरू कर दिया है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह मौसम परिवर्तन का समय संवेदनशील होता है, इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
प्रदेश के प्रमुख तापमान आंकड़े (19 अक्टूबर 2025)
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(मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार)
राजस्थान में दीपावली की रोशनी के साथ ही सर्द हवाओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। सीकर और आसपास के इलाकों में तापमान सामान्य से नीचे पहुंच गया है, जिससे सर्दी की शुरुआत स्पष्ट हो चुकी है।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि दीपावली के बाद तापमान में और गिरावट होगी और नवंबर की शुरुआत तक सर्दी पूरी तरह दस्तक दे देगी। ऐसे में दीपों का त्योहार इस बार न केवल रोशनी बल्कि ठंडी हवाओं की ठिठुरन भी लेकर आया है।