शोभना शर्मा। राजस्थान में उत्तरी सर्द हवाओं का असर तेज़ी से बढ़ता जा रहा है, जिससे पिछले चार दिनों से रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। दिन में भले ही धूप की तपिश से हल्की गर्मी महसूस होती है, लेकिन जैसे ही सूरज ढलता है, ठंडी हवाएं लोगों को सर्दी का एहसास कराने लगी हैं। मौसम विभाग के अनुसार, दीपावली तक राजस्थान में मौसम शुष्क और साफ रहेगा। उत्तर भारत में फिलहाल किसी भी पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता नहीं है, जिसके चलते राज्य में अगले एक सप्ताह तक कोई मौसमी गतिविधि नहीं होगी।
चार दिन से गिर रहा रात का तापमान
पिछले चार दिनों में राजस्थान के अधिकतर जिलों में न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। राज्य के उत्तरी और पूर्वी भागों में सर्दी का असर अधिक दिखाई दे रहा है। दिन में तेज धूप के बावजूद रात और सुबह के समय हवा में नमी और ठंडक महसूस हो रही है। विशेषकर शेखावाटी क्षेत्र में मौसम तेजी से बदल रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण ठंड बढ़ रही है और आने वाले दिनों में यह और गहराएगी।
सीकर रहा सबसे ठंडा शहर
राजस्थान में सीकर राज्य का सबसे ठंडा शहर बन गया है। पिछले 24 घंटों में जहां बाड़मेर में अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, वहीं सीकर में न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। मंगलवार को सुबह रिकॉर्ड तापमान और भी नीचे आया — सीकर में 13.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अक्टूबर के मध्य में असामान्य रूप से कम तापमान है। यह संकेत है कि इस साल सर्दी का आगमन सामान्य से पहले होने जा रहा है।
राजस्थान के 10 शहरों का तापमान 20 डिग्री से नीचे
राज्य के कई शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को राजस्थान के प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान इस प्रकार रहा—
सीकर: 13.7°C
पिलानी: 15.7°Cवनस्थली: 16.5°C
अजमेर: 16.4°C
भीलवाड़ा: 16.4°C
अंता (बारां): 16.5°C
चित्तौड़गढ़: 16.8°C
डबोक (उदयपुर): 17.4°C
झुंझुनूं: 17.3°C
दौसा: 16.2°C
इन शहरों में सुबह और रात के समय हल्की ठंड महसूस की जा रही है। वहीं प्रातःकालीन कोहरा और हवा की नमी भी बढ़ने लगी है, जो आने वाले दिनों में सर्दी के प्रभाव को और बढ़ाएगी।
सुबह और रात में बढ़ी ठंड, दिन में हल्की गर्मी
राजस्थान में मौसम का यह बदलाव दिवसीय तापमान में बड़े अंतर के रूप में देखा जा रहा है। दिन में जहां तापमान 34-36 डिग्री तक पहुंच रहा है, वहीं रात में यह 15 डिग्री तक गिर रहा है। यह अंतर सर्द हवाओं की शुरुआत का संकेत देता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक रात का तापमान और गिरेगा, जिससे सर्दी का असर पूरी तरह शुरू हो जाएगा।
मानसून के बाद मौसम का संतुलन
इस साल राजस्थान में मानसून सीजन संतोषजनक और सामान्य से बेहतर रहा। सितंबर के अंत तक हुई अतिरिक्त बारिश ने मिट्टी में नमी और वातावरण में संतुलन बनाए रखा है, जिसके चलते सर्दी का पैटर्न अधिक स्थिर बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि जब मानसून के बाद वायुमंडलीय नमी बनी रहती है, तब अक्टूबर के अंत तक तापमान तेजी से गिरने लगता है। यही कारण है कि इस वर्ष सर्दी जल्दी दस्तक दे रही है।
दीपावली तक रहेगा साफ और शुष्क मौसम
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, दीपावली (2025) तक राजस्थान में मौसम पूरी तरह से शुष्क और साफ रहेगा। उत्तर भारत में कोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं होने से बारिश या बादलों की संभावना नगण्य है। इससे दिन में धूप की तपिश थोड़ी बढ़ सकती है, लेकिन रातें ठंडी रहेंगी। विभाग ने बताया कि राजस्थान के पश्चिमी भागों, विशेषकर जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर जैसे जिलों में दिन में तापमान अपेक्षाकृत अधिक रहेगा, जबकि सीकर, झुंझुनूं, अलवर और जयपुर में ठंड का असर पहले महसूस होगा।
सर्द हवाओं के कारण और हवा के पैटर्न में बदलाव
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाएं (नॉर्थ-वेस्टर्न विंड्स) वर्तमान में राजस्थान की ओर रुख कर रही हैं। इन हवाओं की वजह से दिन के समय पश्चिमी गर्म हवाएं और रात में उत्तरी ठंडी हवाएं मिलकर तापमान में तेज उतार-चढ़ाव ला रही हैं। वर्तमान में दिन में पश्चिमी हवाएं चलने से धूप तीखी महसूस होती है, लेकिन जैसे ही सूरज ढलता है, उत्तरी सर्द हवाओं का प्रभाव बढ़ जाता है। जल्द ही जब विंड पैटर्न पूरी तरह उत्तरी दिशा में शिफ्ट होगा, तो दिन में भी ठंड महसूस होगी।
स्वास्थ्य पर पड़ेगा असर, सावधानी जरूरी
मौसम विशेषज्ञों ने लोगों को मौसमी बीमारियों से सतर्क रहने की सलाह दी है। तापमान में अचानक गिरावट से सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सुबह-शाम गर्म कपड़ों का उपयोग शुरू करने की सलाह दी गई है।
राजस्थान में अब सर्दी ने धीरे-धीरे अपनी दस्तक दे दी है। सीकर, पिलानी और अजमेर जैसे शहरों में तापमान लगातार गिर रहा है, जबकि पश्चिमी जिलों में दिन की धूप फिलहाल गर्मी बनाए हुए है। दीपावली तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन उसके बाद जैसे-जैसे नवंबर की शुरुआत होगी, ठंड पूरे राज्य में महसूस की जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार राजस्थान में सर्दी का दौर पिछले साल से लंबा और थोड़ा अधिक ठंडा रहने की संभावना है। राज्य में इस समय तापमान के आंकड़े और हवाओं का रुख इस बात का संकेत दे रहे हैं कि अक्टूबर के अंत तक सर्द हवाएं पूरे राजस्थान को अपनी गिरफ्त में ले लेंगी।