मनीषा शर्मा। राजस्थान में उद्योग और निवेश को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जो वर्तमान में राज्य के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री हैं, ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा शासन में विकास की रफ्तार तेज हुई है और प्रदेश निवेश का नया गढ़ बन चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के दौर में फाइलें अटकती थीं, निवेशक भटकते थे और उद्योग प्रदेश की सीमाएँ लांघ जाते थे, लेकिन अब विकास दौड़ रहा है।’’
मंत्री राठौड़ ने दावा किया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में बनी डबल इंजन सरकार ने उद्योगों के लिए पारदर्शी और निवेशक-अनुकूल माहौल तैयार किया है। इसके परिणामस्वरूप कुछ ही महीनों में 7 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों की ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह आंकड़े महज कागजों पर नहीं, बल्कि वास्तविक जमीन पर लग रहे उद्योगों की सच्चाई को दर्शाते हैं।
‘‘कांग्रेस निवेश लाने में असफल रही’’
कर्नल राठौड़ ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में बड़े निवेश आकर्षित करने में असफलता पाई थी। जबकि भाजपा सरकार ने केवल 22 महीनों में रिकॉर्ड प्रगति हासिल की है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उद्योग सिर्फ़ कागजों पर थे, अब धरातल पर हैं। कांग्रेस के लिए विकास राजनीति का मुद्दा था, लेकिन हमारे लिए यह जनता का अधिकार है।’’
राठौड़ ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन के दौरान निवेशकों के लिए कोई ठोस नीति या भरोसेमंद माहौल नहीं था, जिसके कारण निवेशक प्रदेश छोड़कर अन्य राज्यों की ओर चले जाते थे। जबकि वर्तमान सरकार ने नीतिगत पारदर्शिता और तेज़ फैसलों से निवेशकों में भरोसा जगाया है।
‘‘91 हजार सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं’’
मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने निवेश के साथ-साथ रोजगार के मोर्चे पर भी ठोस काम किया है। उन्होंने बताया कि अब तक 7 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आकर्षित किए गए हैं, जिनसे उद्योग और व्यापार के नए अवसर पैदा हुए हैं। इसी अवधि में प्रदेश में 91 हजार सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं और 1.54 लाख निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी सृजित हुए हैं। राठौड़ के अनुसार, यह सरकार के कुशल प्रबंधन और नीतिगत स्पष्टता का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि यह केवल आंकड़ों की बात नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत है। जिन निवेश प्रस्तावों पर ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुकी है, वहां उद्योगिक इकाइयां और कारखाने निर्माणाधीन हैं या चालू हो चुके हैं। इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलने के साथ-साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिल रही है।
‘‘कहनी और करनी में फर्क नहीं’’
कर्नल राठौड़ ने कांग्रेस पर तीखा तंज कसते हुए कहा, ‘‘हमारी कहनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। कांग्रेस सवाल बनाती है, भाजपा समाधान देती है।’’
उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने मुख्यमंत्री स्तर से लेकर विभागीय स्तर तक निवेश प्रस्तावों की समीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया है। प्रत्येक एमओयू (MoU) और निवेश समझौते की जानकारी सार्वजनिक रूप से साझा की जा रही है, ताकि निवेशकों को पूरा भरोसा मिले और उन्हें किसी प्रकार की प्रशासनिक बाधा का सामना न करना पड़े।
Ease of Doing Business में ऊंचाइयों पर राजस्थान
मंत्री ने यह भी कहा कि इन पारदर्शी नीतियों और सक्रिय निगरानी के चलते राजस्थान अब Ease of Doing Business में नई ऊंचाइयां छू रहा है। प्रदेश निवेश के अग्रणी गंतव्यों में अपनी मजबूत जगह बना चुका है। सरकार का फोकस बड़े औद्योगिक निवेश के साथ-साथ छोटे और मध्यम उद्यमों को बढ़ावा देने पर भी है, ताकि रोजगार के अवसर राज्य के हर हिस्से में उपलब्ध कराए जा सकें।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का स्पष्ट संदेश है कि विकास को राजनीति से ऊपर रखा जाएगा और प्रदेश को निवेश और रोजगार का हब बनाया जाएगा।