शोभना शर्मा। राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस सीट पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और अब तक केवल कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया ने अपना नामांकन दाखिल किया है। वहीं, इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरने की घोषणा कर चुके नरेश मीणा 14 अक्टूबर, मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, नरेश मीणा ने कांग्रेस से टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने उनकी उम्मीदवारी को ठुकराकर मौजूदा विधायक प्रमोद जैन भाया को उम्मीदवार बनाया। इसके बाद नरेश मीणा ने साफ कर दिया था कि वे किसी भी हालत में अंता विधानसभा सीट से चुनाव जरूर लड़ेंगे, चाहे उन्हें पार्टी का टिकट मिले या न मिले।
14 अक्टूबर को विशाल नामांकन सभा और रैली
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने वाले नरेश मीणा मंगलवार 14 अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन से पहले सुबह 11 बजे धोलिया मैरिज गार्डन, अंता में एक विशाल नामांकन सभा आयोजित की जाएगी।
इस सभा में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान विशेष रूप से शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि राजेंद्र गुढ़ा रैली का नेतृत्व करेंगे। सभा समाप्त होने के बाद नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ सीसवाली चौराहा होते हुए एसडीएम कार्यालय अंता तक रैली के रूप में पहुंचेंगे। दोपहर करीब 1 बजे वे वहां अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राजेंद्र गुढ़ा की उपस्थिति नरेश मीणा के लिए राजनीतिक रूप से अहम साबित हो सकती है। गुढ़ा के साथ जुड़ाव से मीणा को स्थानीय स्तर पर संगठनात्मक मजबूती मिल सकती है, जिससे अंता उपचुनाव त्रिकोणीय मुकाबले की ओर बढ़ सकता है।
बीजेपी के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस बरकरार
अंता विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अब तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। इसको लेकर पार्टी में गहन मंथन जारी है। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बीच इस विषय पर एक हाई लेवल मीटिंग हुई है।
हालांकि, मीटिंग में किसी नाम पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कुछ संभावित नामों को दिल्ली भेजा गया है, जहां पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व फाइनल निर्णय करेगा। इसके बाद ही उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, अंता सीट पर भाजपा के लिए उम्मीदवार चयन चुनौतीपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस और निर्दलीय दोनों ही मजबूत उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा की रणनीति यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि उम्मीदवार स्थानीय मतदाताओं के बीच प्रभावशाली छवि रखे।
नामांकन प्रक्रिया और तिथियां घोषित
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 13 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार 21 अक्टूबर तक अपने नामांकन-पत्र दाखिल कर सकते हैं।
नामांकन-पत्र अंता के रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। रविवार 19 अक्टूबर और सोमवार 20 अक्टूबर को दीपावली के सार्वजनिक अवकाश के कारण नामांकन नहीं हो सकेंगे।
नामांकन-पत्रों की जांच 23 अक्टूबर (गुरुवार) को की जाएगी, जबकि नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 27 अक्टूबर (सोमवार) निर्धारित की गई है। चुनाव की तारीख और मतगणना का कार्यक्रम निर्वाचन आयोग जल्द घोषित करेगा।
राजनीतिक समीकरण और स्थानीय असर
अंता विधानसभा सीट पर हमेशा से मीणा और जैन समुदाय का असर रहा है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने जीत दर्ज की थी, लेकिन अब निर्दलीय रूप में नरेश मीणा के उतरने से मुकाबला रोचक हो गया है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नरेश मीणा को स्थानीय युवाओं और किसानों का व्यापक समर्थन मिल रहा है। वहीं, कांग्रेस संगठनात्मक रूप से मजबूत है और बीजेपी के उम्मीदवार का ऐलान होने तक मतदाता समीकरणों में असमंजस बना हुआ है।