मनीषा शर्मा। अंता विधानसभा उपचुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी होते ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इस बीच कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया पर भरोसा जताते हुए नामांकन दाखिल कर दिया है, जबकि भाजपा अभी भी अपने प्रत्याशी को लेकर निर्णय नहीं ले पाई है। इससे भाजपा खेमे में रणनीतिक हलचल और सस्पेंस बना हुआ है।
कांग्रेस ने दिखाई तेजी, भाया ने भरा नामांकन
अधिसूचना जारी होने के पहले ही दिन कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया ने नामांकन दाखिल कर चुनावी रणभेरी बजा दी है। भाया ने एक नामांकन फार्म 14 अक्टूबर को दाखिल किया और दूसरा फार्म 15 अक्टूबर को दाखिल करेंगे। इसी दिन कांग्रेस की एक बड़ी सभा भी आयोजित की जाएगी, जिसमें वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। भाया के नामांकन दाखिल करते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश देखा गया और पार्टी ने चुनाव प्रचार की रणनीति पर भी काम शुरू कर दिया है।
भाजपा प्रत्याशी को लेकर सस्पेंस
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी अभी तक अंता सीट के लिए अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है। कोर कमेटी की बैठक के बाद प्रत्याशी के नाम को अंतिम रूप दिया जाना है, लेकिन बैठक अभी तक नहीं हुई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कोर कमेटी तीन नामों पर सहमति बनाकर सूची दिल्ली भेजेगी। इनमें से एक नाम को केंद्रीय नेतृत्व द्वारा अंतिम मंजूरी दी जाएगी। इसके बाद आधिकारिक घोषणा होगी।
प्रत्याशी चयन में देरी से बढ़ी अटकलें
भाजपा की ओर से दो दिन पहले मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच प्रत्याशी चयन को लेकर चर्चा हुई थी। राठौड़ ने बयान दिया था कि दो दिनों में प्रत्याशी घोषित कर दिया जाएगा। हालांकि दो दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक भाजपा की ओर से कोई नाम सामने नहीं आया है। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्सुकता और अटकलें बढ़ गई हैं।
चुनावी कार्यक्रम घोषित
निर्वाचन आयोग के अनुसार नामांकन की अंतिम तिथि 21 अक्टूबर तय की गई है। 19 और 20 अक्टूबर को दीपावली के सार्वजनिक अवकाश के कारण नामांकन नहीं होंगे। नामांकन पत्रों की जांच 23 अक्टूबर को होगी और 27 अक्टूबर नाम वापसी की अंतिम तिथि है। मतदान 11 नवंबर को होगा और 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को आदर्श आचार संहिता के पालन के निर्देश भी जारी किए हैं।
मुकाबला दिलचस्प होने के आसार
अंता सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला हमेशा से कड़ा रहा है। पिछले चुनावों में भाया ने मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी। इस बार भी कांग्रेस ने उन्हें दोबारा मौका देकर साफ कर दिया है कि वह अपनी रणनीति पर भरोसा कर रही है। वहीं भाजपा प्रत्याशी की घोषणा में देरी के चलते कांग्रेस को शुरुआती बढ़त मिलती दिख रही है। भाजपा का प्रत्याशी तय होते ही चुनावी मुकाबला और दिलचस्प हो जाएगा।