शोभना शर्मा। भारत में त्योहारों का मौसम शुरू होते ही दोपहिया वाहन बाजार ने जोरदार रफ्तार पकड़ ली है। सितंबर 2025 में बाइकों और स्कूटरों की बिक्री में करीब 9% की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे कुल बिक्री 20 लाख यूनिट्स से ऊपर पहुंच गई। यह उछाल केंद्र सरकार द्वारा GST में की गई कटौती और त्योहारी खरीदारी की बढ़ती मांग के चलते आया है। सरकार ने हाल ही में 350 सीसी तक की मोटरसाइकिलों पर लगने वाला GST 28% से घटाकर 18% कर दिया है। इस निर्णय से उपभोक्ताओं को राहत मिली है और नई बाइक या स्कूटर खरीदने के लिए उन्हें प्रोत्साहन मिला है।
हीरो, होंडा, टीवीएस और बजाज में दिखी मजबूती
सितंबर महीने में देश की सबसे बड़ी दोपहिया निर्माता Hero MotoCorp ने शानदार प्रदर्शन किया। कंपनी ने 5% की वृद्धि के साथ 6,47,582 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जबकि बाजार में इसके रजिस्ट्रेशन 19% बढ़कर 3,23,230 यूनिट्स तक पहुंच गए। दूसरी ओर, Honda Motorcycle & Scooter India (HMSI) ने भी स्थिर प्रदर्शन किया। कंपनी ने 3% की ग्रोथ के साथ 5,05,000 यूनिट्स बेचीं। हालांकि, अन्य कंपनियों की तुलना में होंडा की ग्रोथ थोड़ी धीमी रही। चेन्नई स्थित TVS Motor Company ने तो इस महीने शानदार छलांग लगाई। कंपनी की बिक्री 12% बढ़कर 4,13,000 यूनिट्स तक पहुंच गई। इसका मुख्य कारण स्कूटरों की जबरदस्त मांग रही। पुणे की Bajaj Auto ने भी 5% की बढ़ोतरी के साथ 2,73,000 यूनिट्स की बिक्री की, जिससे कंपनी ने अपनी बाजार स्थिति को और मजबूत किया।
Royal Enfield बनी सितंबर की स्टार कंपनी
सितंबर 2025 का सबसे बड़ा सरप्राइज Royal Enfield रही। कंपनी ने 43% की अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की और 1,13,000 यूनिट्स बेच डालीं। आइशर मोटर्स के स्वामित्व वाली इस कंपनी की Bullet और Classic जैसी लोकप्रिय मोटरसाइकिलों की मांग में भारी इजाफा देखने को मिला। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ग्रोथ रॉयल एनफील्ड की ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बढ़ती लोकप्रियता और युवाओं में इसके प्रति आकर्षण का नतीजा है।
श्राद्ध के बाद नवरात्रि ने बढ़ाई रौनक
सितंबर की शुरुआत में दोपहिया बाजार में थोड़ी सुस्ती थी। श्राद्ध काल के दौरान परंपरागत रूप से लोग नए वाहन खरीदने से बचते हैं। लेकिन जैसे ही नवरात्रि शुरू हुई और GST कटौती की घोषणा हुई, बाजार ने अचानक तेजी पकड़ ली। महीने के अंतिम सप्ताह में खरीदारी में जबरदस्त उछाल आया। डीलरों ने बताया कि कई शोरूम्स में बुकिंग्स रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गईं। त्योहारी ऑफर्स, एक्सचेंज बोनस और आसान फाइनेंसिंग ने भी उपभोक्ताओं को आकर्षित किया।
पूरा ऑटो सेक्टर दिखा उत्साहित
Axis Securities की एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर में भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का कुल प्रदर्शन मिश्रित लेकिन सकारात्मक रहा। जहां दोपहिया, तिपहिया, कमर्शियल वाहन और ट्रैक्टर सेगमेंट में 6% सालाना और 18% मासिक वृद्धि देखी गई, वहीं यात्री वाहनों (कारों) की बिक्री में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई। इस रिपोर्ट से साफ है कि भारतीय ग्राहकों की प्राथमिकता अभी भी सस्ती और ईंधन कुशल गाड़ियों की ओर है।
क्यों अहम है यह ग्रोथ
दोपहिया वाहनों की बिक्री में यह उछाल भारतीय अर्थव्यवस्था के सुधार का सकारात्मक संकेत है। यह न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में आय में सुधार को दर्शाता है बल्कि शहरी उपभोक्ताओं के बढ़ते आत्मविश्वास का भी प्रमाण है।
GST कटौती से मध्यम वर्ग और युवाओं को सीधा फायदा मिला है, जिससे वे अपनी पसंद की बाइक या स्कूटर आसानी से खरीद पा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में यह ग्रोथ और तेज़ हो सकती है, क्योंकि दशहरा, दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहार अभी बाकी हैं। ऑटोमोबाइल उद्योग को उम्मीद है कि यह त्योहारी सीजन लंबे समय बाद बाजार में नई ऊर्जा लेकर आएगा और उद्योग को महामारी के बाद के प्रभावों से पूरी तरह उबरने में मदद करेगा।
सितंबर 2025 में भारत का दोपहिया वाहन बाजार तेजी से उभरा है। GST में कमी, त्योहारों की खरीदारी और उपभोक्ता विश्वास की वापसी ने मिलकर इसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है।
हीरो, होंडा, टीवीएस, बजाज और रॉयल एनफील्ड जैसी कंपनियों की मजबूत बिक्री से स्पष्ट है कि आने वाले महीनों में भारत का ऑटो सेक्टर फिर से तेज रफ्तार पर लौट रहा है।


