मनीषा शर्मा। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखा हमला बोला है। गहलोत ने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस देश के इतिहास को बदलकर सांप्रदायिकता से भरा नया इतिहास गढ़ना चाहते हैं।
जयपुर में आयोजित जवाहर बाल मंच के कार्यक्रम में बोलते हुए गहलोत ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग देश को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “ये लोग जवाहरलाल नेहरू तक को नहीं छोड़ रहे। उनके बारे में गंदी और घटिया बातें लिखी जा रही हैं। इनकी मंशा खतरनाक है और ये भारी गलती कर रहे हैं। जो लोग इतिहास को भुलाते हैं, वे खुद कभी इतिहास नहीं बना पाते।”
नेहरू, इंदिरा और राजीव गांधी का जिक्र
गहलोत ने अपने भाषण में कांग्रेस नेताओं के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के आंदोलन में महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, लोकमान्य तिलक, गोखले और भगत सिंह जैसे महान नाम हमेशा याद किए जाते हैं। लेकिन आज सत्ता में बैठे लोग इतिहास की आलोचना में ही लगे हैं।
उन्होंने कहा कि, “ये लोग कभी यह नहीं कहते कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए अपनी जान तक दे दी। सत्ता में आज जो लोग हैं, उन्होंने आजादी की लड़ाई में अपनी उंगली तक नहीं कटाई। इसलिए वे इतिहास की सच्चाई को मिटाकर नया सांप्रदायिक इतिहास रचना चाहते हैं।”
संविधान और लोकतंत्र पर खतरा
गहलोत ने केंद्र की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज देश का लोकतंत्र और संविधान खतरे में है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी लगातार संविधान बचाने की बात कर रहे हैं। सवाल यह है कि आखिर नौबत क्यों आई कि संविधान की रक्षा की बात करनी पड़ रही है। सत्ता में बैठे लोग देश को पूंजीपतियों के पक्ष में चला रहे हैं। लोकतंत्र की जड़ों को खोखला किया जा रहा है।”
गहलोत ने कहा कि वर्तमान सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है और संस्थाओं पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति देश के लिए खतरनाक है और हर नागरिक को इसके प्रति सजग रहना चाहिए।
राहुल गांधी की चेतावनी का समर्थन
गहलोत ने अपने भाषण में राहुल गांधी के हालिया बयानों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि चाहे वोट चोरी की बात हो या संविधान की रक्षा की बात, राहुल गांधी का उद्देश्य देश को जागरूक करना है।
उन्होंने कहा, “संविधान और लोकतंत्र बचाने की जो मुहिम राहुल गांधी चला रहे हैं, उसकी मंशा को समझना जरूरी है। अगर आज हम जागरूक नहीं होंगे तो आने वाली पीढ़ियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।”
आईटी क्रांति और युवाओं की भूमिका
गहलोत ने दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश में आईटी क्रांति लाने का श्रेय राजीव गांधी को जाता है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि आज आईटी क्रांति का सबसे ज्यादा फायदा विपक्ष के लोग उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं को सही इतिहास और देश की असली उपलब्धियों से परिचित कराना होगा। गहलोत के अनुसार, “हमारे युवाओं को यह समझाना होगा कि किस तरह ज्ञान बढ़ाकर वे देश को सही दिशा दे सकते हैं। यदि उन्हें गलत और सांप्रदायिक इतिहास बताया जाएगा तो उनका भविष्य प्रभावित होगा।”
सत्ता पर सीधा वार
पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार केवल पूंजीपतियों के हित में फैसले ले रही है और आम जनता की समस्याओं को दरकिनार कर रही है। उन्होंने कहा कि जनता को गुमराह करने और असली मुद्दों से भटकाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है।
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस हमेशा लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करती रही है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सच्चाई को पहचानें और देश के लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने में अपनी भूमिका निभाएं।