शोभना शर्मा। राजस्थान अपनी ऐतिहासिक धरोहर, राजमहलों, किलों और संस्कृति के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। हर साल लाखों पर्यटक यहां आते हैं, लेकिन अक्सर उन्हें अलग-अलग दर्शनीय स्थलों पर जाने के लिए व्यवस्थित साधन नहीं मिल पाते। इसी समस्या का हल निकालते हुए राजस्थान सरकार अब पर्यटकों के लिए हॉप ऑन-हॉप ऑफ बस सेवा शुरू करने जा रही है।
यह जानकारी राज्य की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने बुधवार, 10 सितंबर को जयपुर में दी। उन्होंने जर्मनी की प्रमुख कंपनी FlixBus के साथ साझेदारी में “हेरिटेज ऑन व्हील्स” अभियान का शुभारंभ किया।
इंग्लैंड में लंदन की बसों पर राजस्थान का प्रचार
जयपुर स्थित अल्बर्ट हॉल म्यूज़ियम से इस अभियान की शुरुआत करते हुए दिया कुमारी ने बताया कि FlixBus के जरिए न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी राजस्थान की झलक दिखाई जा रही है।
भारत में जयपुर-दिल्ली और हरिद्वार-देहरादून मार्ग पर चलने वाली FlixBus बसों पर राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत और प्रमुख पर्यटन स्थलों को प्रदर्शित किया जा रहा है। इतना ही नहीं, इंग्लैंड में लंदन-केंब्रिज मार्ग पर चलने वाली FlixBus पर भी राजस्थान के किलों और महलों की छवि दर्शाई जा रही है। आगे चलकर यह प्रचार यूरोप के अन्य मार्गों पर भी होगा।
राजस्थान में हॉप ऑन-हॉप ऑफ बस सेवा
इस अवसर पर दिया कुमारी ने FlixBus प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे यूरोप की तरह राजस्थान में भी हॉप ऑन-हॉप ऑफ बस सेवा शुरू करने में सहयोग करें।
उन्होंने कहा, “विदेशों में यह बस सेवा पर्यटकों के लिए बहुत सुविधाजनक होती है। वे किसी भी दर्शनीय स्थल पर उतर सकते हैं और उसी सेवा से आगे की यात्रा कर सकते हैं। अगर यह मॉडल जयपुर, जोधपुर और उदयपुर जैसे शहरों में लागू होता है तो पर्यटकों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही शहरों में ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।”
बजट में पहले ही हो चुकी है घोषणा
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राजस्थान सरकार ने पहले ही अपने बजट में 50 हॉप ऑन-हॉप ऑफ बसें शुरू करने की घोषणा कर दी है। ये बसें हर घंटे पर चलेंगी और शहर के प्रमुख स्मारकों और दर्शनीय स्थलों पर रुकेंगी। पर्यटक किसी भी जगह पर उतर सकते हैं और फिर उसी सेवा से अगले गंतव्य तक पहुंच सकते हैं।
इस सेवा के शुरू होने से पर्यटकों को गाइड, टैक्सी या निजी वाहनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। वे आसानी से एक ही टिकट पर पूरे शहर की सैर कर सकेंगे।
FlixBus और राजस्थान का समझौता
FlixBus यूरोप की सबसे बड़ी बस कंपनी है, जो 40 से अधिक देशों में अपनी सेवाएं देती है। पिछले वर्ष अक्टूबर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने जर्मनी के म्यूनिख शहर में FlixBus का दौरा किया था। उसी दौरान राजस्थान सरकार और कंपनी के बीच एक एमओयू (MOU) पर हस्ताक्षर हुए थे।
इस समझौते का उद्देश्य राजस्थान की पर्यटन पहचान को वैश्विक स्तर पर मजबूत करना है। अब FlixBus भारत में भी अपने नेटवर्क का विस्तार कर रही है और राजस्थान सरकार के साथ मिलकर यहां पर्यटन बस सेवा की संभावनाओं पर काम कर रही है।
पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
राजस्थान सरकार का मानना है कि इस सेवा से पर्यटकों को सहज यात्रा सुविधा मिलने के साथ-साथ राज्य के पर्यटन उद्योग को भी बड़ा लाभ होगा। जयपुर, उदयपुर, जोधपुर और जैसलमेर जैसे शहरों में यह सेवा लागू होने पर न केवल घरेलू बल्कि विदेशी पर्यटक भी आसानी से शहर के प्रमुख आकर्षणों तक पहुंच सकेंगे।
इससे होटल, स्थानीय बाजार और गाइड सेवाओं को भी अप्रत्यक्ष रूप से फायदा होगा। खासकर जयपुर जैसे शहरों में ट्रैफिक दबाव कम होगा और पर्यटकों का समय भी बचेगा।