शोभना शर्मा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा गुरुवार शाम को तीन दिवसीय जोधपुर दौरे पर पहुंचे। वे यहां 5 से 7 सितंबर तक चलने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय समन्वय बैठक में शामिल होंगे। यह बैठक जोधपुर के लालसागर स्थित आदर्श डिफेंस एंड स्पोर्ट्स एकेडमी परिसर में आयोजित हो रही है।
नड्डा गुरुवार को दिल्ली से शाम 7:30 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां भाजपा और संघ कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वे सीधे लालसागर परिसर पहुंचे, जहां बैठक की तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई थीं। इस बैठक को न केवल संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, बल्कि भाजपा की आगामी रणनीति और राजस्थान की राजनीति पर भी इसका गहरा असर देखने को मिल सकता है।
संघ प्रमुख और नड्डा की संभावित बैठक पर नजर
नड्डा का जोधपुर एक दिन पहले पहुंचना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान उनकी संघ प्रमुख मोहन भागवत से अलग से मुलाकात हो सकती है। सूत्रों के अनुसार, नड्डा और भागवत के बीच होने वाली यह मुलाकात संगठन और पार्टी की भविष्य की कार्ययोजना को लेकर अहम हो सकती है।
गौरतलब है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत 1 सितंबर से ही जोधपुर में हैं और वे लगातार समन्वय बैठक की तैयारियों और संगठनात्मक विमर्श में जुटे हुए हैं।
वसुंधरा राजे-नड्डा मुलाकात की अटकलें
भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी 1 सितंबर से मारवाड़ में ही हैं और लगातार तीन दिन से जोधपुर में ठहरी हुई हैं। इस बीच, जेपी नड्डा का यहां आगमन राजनीतिक चर्चाओं को और हवा दे रहा है। सूत्र बताते हैं कि राजे और नड्डा की मुलाकात की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
हालांकि, आधिकारिक रूप से दोनों नेताओं की बैठक की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रदेश की राजनीति में इस संभावित मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यदि नड्डा और राजे आमने-सामने बैठते हैं, तो आगामी विधानसभा चुनावों और संगठनात्मक समीकरणों को लेकर नए संकेत मिल सकते हैं।
भागवत और राजे की मुलाकात से बढ़ी हलचल
इससे पहले बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से जोधपुर में मुलाकात की थी। यह मुलाकात करीब 20 मिनट तक चली थी। बैठक से पहले हुई इस मुलाकात ने राजनीतिक हलचल को और बढ़ा दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भाजपा और संघ की शीर्षस्तरीय चर्चाओं के बीच राजे की मौजूदगी राजस्थान की राजनीति में उनके बढ़ते महत्व को दर्शा रही है। अब नड्डा के जोधपुर पहुंचने के बाद इन समीकरणों पर और स्पष्टता आ सकती है।
आरएसएस समन्वय बैठक का एजेंडा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक हर वर्ष आयोजित की जाती है, जिसमें संघ से जुड़े विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी हिस्सा लेते हैं। इस बार बैठक में संघ के कार्यों को गांव-ढाणी तक पहुंचाने पर विशेष जोर दिया जाएगा।
आरएसएस सूत्रों के अनुसार, बैठक में शाखाओं की संख्या बढ़ाने और विचारधारा से जुड़े कार्यों को घर-घर तक पहुंचाने की रूपरेखा पर चर्चा होगी। साथ ही, विभिन्न संगठनों की वार्षिक रिपोर्ट भी पेश की जाएगी।
गुरुवार को बैठक शुरू होने से पहले संघ प्रमुख भागवत ने कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ एजेंडे पर विस्तार से चर्चा की। तीन दिनों तक चलने वाली इस बैठक में संगठनात्मक गतिविधियों के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर भी विमर्श होने की संभावना है।
जोधपुर में जुट रहे हैं संगठन के बड़े पदाधिकारी
जोधपुर एयरपोर्ट पर बुधवार से ही संघ और उससे जुड़े संगठनों के पदाधिकारी पहुंचने लगे थे। इनमें आरएसएस की प्रमुख संचालिका वेंकटरमैया शांताकुमारी सहित कई प्रमुख चेहरे शामिल रहे। एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया और सुरक्षा व्यवस्था को भी कड़ा कर दिया गया।
लालसागर स्थित आदर्श डिफेंस एंड स्पोर्ट्स एकेडमी परिसर को बैठक के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। तीन दिनों तक चलने वाले विभिन्न सत्रों की व्यवस्था और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को 150 से अधिक संघ कार्यकर्ता अंतिम रूप दे रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त
बैठक को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लालसागर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। आयोजकों ने बताया कि पूरे परिसर को बैरिकेडिंग कर दिया गया है और केवल रजिस्टर्ड पदाधिकारियों को ही अंदर जाने की अनुमति होगी।