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छीपाबड़ौद में मूक-बधिर रामचरण की हत्या व डकैती का खुलासा

छीपाबड़ौद में मूक-बधिर रामचरण की हत्या व डकैती का खुलासा

मनीषा शर्मा।  राजस्थान के बारां जिले के छीपाबड़ौद थाना क्षेत्र में चार दिन पहले मूक-बधिर रामचरण सुमन की हत्या और डकैती की दिल दहला देने वाली घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस वारदात में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या और डकैती की साजिश मृतक के परिवार के ही एक सदस्य ने रची थी।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक अंदासु ने बताया कि 3 अगस्त को ग्राम रावां में एक व्यक्ति की संदिग्ध हालात में मौत की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि मृतक रामचरण सुमन मूक-बधिर था। उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे और मुंह पर टेप चिपकी हुई थी। घर के अंदर खुदा हुआ गड्ढा भी मिला, जिससे स्पष्ट था कि यह सामान्य मौत नहीं बल्कि पूर्व नियोजित हत्या और डकैती की वारदात है।

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल एक विशेष जांच टीम गठित की, जिसका नेतृत्व वृत्ताधिकारी विकास कुमार ने किया। टीम में थानाधिकारी छीपाबड़ौद अजीत सिंह, थानाधिकारी हरनावदाशाहजी बृजेश सिंह, साइबर सेल प्रभारी जगदीश चंद्र शर्मा और जिला विशेष टीम को शामिल किया गया।

जांच में हुआ बड़ा खुलासा

तकनीकी साक्ष्यों और गहन पूछताछ के बाद पुलिस ने जिन छह आरोपियों को गिरफ्तार किया, उनके नाम हैं— राजा अली पुत्र अब्दुल गफ्फार (27), राजेंद्र सुमन उर्फ बल्लू पुत्र छीतरलाल (27), विनोद कुमार सुमन पुत्र लक्ष्मीचंद (27), कमल किशोर सुमन पुत्र राधेश्याम (27), ललित नागर पुत्र चंद्रमोहन (24) और भूरालाल उर्फ भूरा सुमन पुत्र घनश्याम (31)। सभी आरोपी छीपाबड़ौद क्षेत्र के निवासी हैं।

पुलिस पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि मृतक रामचरण सुमन के भाई का पोता कमल सुमन था। उसे जानकारी थी कि रामचरण के घर के अंदर जमीन में सोना, गहने और नकदी गड़ी हुई है। चूंकि रामचरण घर में अकेला रहता था और बोल-सुन नहीं सकता था, इसलिए उसे आसान निशाना मानते हुए कमल ने यह साजिश रची।

10 दिन पहले दो बार प्रयास, फिर रची गई घातक योजना

पुलिस को यह भी पता चला है कि आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम देने से पहले दो बार और प्रयास किए थे, लेकिन सफलता नहीं मिली। अंततः 2 अगस्त की रात को उन्होंने पूरी योजना के तहत 8 लोगों की टीम बनाई, जिसमें से 6 ने सीधे घर में घुसकर वारदात की।

कमल सुमन और उसके पड़ोसी भूरालाल ने गांव में रहकर बाहर से आए अन्य आरोपियों की मदद की। ये आरोपी गैंती, ग्राइंडर और खुदाई के अन्य उपकरण लेकर घर में घुसे। सबसे पहले उन्होंने रामचरण के हाथ-पैर बांधे और मुंह पर टेप चिपका दी, जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद उन्होंने घर के अंदर खुदाई की और गहनों व नकदी को निकालकर फरार हो गए।

पुलिस कर रही चोरी के माल की बरामदगी और अन्य आरोपियों की तलाश

गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर चोरी किए गए गहनों और नकदी की बरामदगी की कोशिश की जा रही है। साथ ही इस वारदात में शामिल अन्य दो आरोपियों की भी तलाश जारी है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह एक ब्लाइंड मर्डर केस था, जिसमें तकनीकी और मानवीय संसाधनों की मदद से खुलासा किया गया है। मामले में जल्द ही चार्जशीट पेश की जाएगी।

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