जयपुर एयरपोर्ट पर एक बार फिर फ्लाइट संचालन से जुड़ी अव्यवस्था सामने आई है। शनिवार, 2 अगस्त को एयर इंडिया एक्सप्रेस की दो प्रमुख फ्लाइटें—दिल्ली से जयपुर और जयपुर से दिल्ली—को संचालन कारणों का हवाला देकर आखिरी समय में रद्द कर दिया गया। इससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। फ्लाइट रद्द होने की सूचना यात्रियों को उस समय दी गई जब वे पहले से एयरपोर्ट पर उपस्थित थे और बोर्डिंग की प्रतीक्षा कर रहे थे।
किन फ्लाइटों को रद्द किया गया
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1194, जो सुबह 6:35 बजे दिल्ली से जयपुर के लिए रवाना होनी थी और 7:35 बजे जयपुर पहुंचती, शनिवार को उड़ान नहीं भर सकी। इसी तरह फ्लाइट IX-1182, जो सुबह 8:05 बजे जयपुर से दिल्ली के लिए उड़ान भरती और 9:05 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचती, उसे भी संचालन कारणों से रद्द कर दिया गया। यह निर्णय फ्लाइट समय से महज कुछ मिनट पहले लिया गया, जिससे यात्रियों को वैकल्पिक इंतजाम करने तक का समय नहीं मिल सका।
यात्रियों की भारी परेशानी
फ्लाइट रद्द होने की सूचना मिलने से पहले ही यात्री सुबह 5:30 बजे से जयपुर और दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच चुके थे। उन्होंने चेक-इन प्रक्रिया पूरी कर ली थी और कुछ यात्री सुरक्षा जांच भी पार कर चुके थे। लेकिन जब बोर्डिंग से पहले उन्हें सूचित किया गया कि फ्लाइट रद्द हो गई है, तो उनमें नाराजगी और निराशा साफ देखी गई।
यात्रियों में शामिल कई लोग बिजनेस मीटिंग, मेडिकल अपॉइंटमेंट और पारिवारिक कार्यों के लिए यात्रा कर रहे थे। अचानक यात्रा रद्द हो जाने से न सिर्फ उनका समय खराब हुआ, बल्कि उन्हें आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा। कुछ यात्रियों को मजबूरी में महंगे किराये पर अन्य एयरलाइनों की फ्लाइट्स में टिकट बुक करानी पड़ी, जबकि अन्य को अपनी योजना स्थगित करनी पड़ी।
एयरलाइन की ओर से अस्पष्ट जानकारी
यात्रियों ने आरोप लगाया कि एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से किसी भी प्रकार की पूर्व सूचना नहीं दी गई। न ईमेल आया, न कोई SMS। एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद जब बोर्डिंग डेस्क पर जानकारी ली गई, तब जाकर फ्लाइट रद्द होने की सूचना दी गई। फ्लाइट रद्द करने का कारण “संचालन संबंधी कारण” बताया गया, लेकिन इसकी कोई स्पष्ट व्याख्या नहीं की गई।
यात्रियों ने उठाई कार्रवाई की मांग
फ्लाइट रद्द होने के बाद नाराज यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइन के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। कई यात्रियों ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी को टैग करते हुए एयर इंडिया एक्सप्रेस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है, जब फ्लाइट आखिरी समय में रद्द की गई हो। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन एयरलाइंस के रवैये में कोई सुधार नहीं आया है।
विशेषज्ञों की राय
एविएशन क्षेत्र से जुड़े जानकारों के अनुसार “संचालन कारणों” में कई पहलू हो सकते हैं—जैसे तकनीकी खराबी, स्टाफ की अनुपलब्धता, विमान में देरी या लॉजिस्टिक समस्या। लेकिन चाहे कारण कुछ भी हो, यात्रियों को समय रहते जानकारी देना एयरलाइन की जिम्मेदारी होती है। आखिरी समय में सूचना देना यात्रियों के साथ नाइंसाफी है। विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए नियामक एजेंसियों को सख्त दिशा-निर्देश लागू करने चाहिए, जिसमें फ्लाइट रद्द करने की स्थिति में यात्रियों को अनिवार्य रूप से मुआवजा, फुल रिफंड और वैकल्पिक फ्लाइट की व्यवस्था दी जाए।