शोभना शर्मा। राजस्थान की सियासत में एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई है। राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस नेताओं पर तीखा हमला बोलते हुए सीधे गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट को निशाने पर लिया है। उन्होंने डोटासरा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) में अपने परिजनों का चयन करवाया, जो संस्था की निष्पक्षता पर प्रश्न खड़ा करता है।
डोटासरा पर आरपीएससी में हस्तक्षेप का आरोप
मदन राठौड़ ने मीडिया को दिए अपने बयान में कहा कि आरपीएससी एक संवैधानिक और स्वायत्त संस्था है, जहां राजनीतिक दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए। लेकिन डोटासरा ने इस संस्था की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि डोटासरा ने आरपीएससी में अपने परिवारजनों का चयन करवाकर इस संस्था की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
उन्होंने कहा कि “भाजपा ने कभी आरपीएससी में दखल नहीं दिया, लेकिन कांग्रेस नेता खुलेआम इसका इस्तेमाल अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ाने के लिए कर रहे हैं। डोटासरा का यह कदम न केवल संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन है, बल्कि उन अभ्यर्थियों के साथ अन्याय भी है, जो ईमानदारी से परीक्षाओं की तैयारी करते हैं।”
कांग्रेस पर अंतर्कलह और डिक्टेटरशिप के आरोप
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर अंदरूनी खींचतान चरम पर है। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस में डिक्टेटरशिप की परंपरा है, जबकि भाजपा लोकतांत्रिक मूल्य प्रणाली पर काम करती है। भाजपा ने अब तक 29 उपचुनाव जीते हैं, जबकि कांग्रेस केवल 4 उपचुनाव में जीत दर्ज कर पाई है।”
राठौड़ ने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेता अपनी पार्टी की अंदरूनी कमजोरी छिपाने के लिए भाजपा पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने सलाह दी कि “कांग्रेस पहले अपने घर की अंदरूनी कलह को संभाले, फिर दूसरों पर आरोप लगाए।”
सचिन पायलट पर जातिगत जनगणना को लेकर जवाब
सचिन पायलट द्वारा जनगणना में जाति जोड़ने को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मदन राठौड़ ने स्पष्ट किया कि यह सामान्य प्रक्रिया है और इससे किसी भी प्रकार का अतिरिक्त खर्च या नया सर्वेक्षण नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि “जनगणना नियमानुसार हो रही है, हमने सिर्फ एक कॉलम जोड़ा है जिसमें जाति लिखी जाएगी। इसका यह मतलब नहीं कि हम जातिगत आधार पर जनगणना करवा रहे हैं। पायलट जैसे नेता बात का बतंगड़ बना रहे हैं क्योंकि उनके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है।”
राष्ट्रीय सुरक्षा पर विपक्ष के रुख पर सवाल
राष्ट्रीय सुरक्षा और हालिया ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस द्वारा की गई आलोचना को लेकर भी मदन राठौड़ ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि “जब पूरा विश्व भारत की कार्रवाई को स्वीकार कर रहा है, तब हमारे विपक्षी नेता ही हैं जो राष्ट्र की उपलब्धियों को स्वीकार नहीं कर पा रहे।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि “पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने माफी मांगी है, सीजफायर की अपील की है और हमारी शर्तों पर वार्ता की बात की है। यह भारत की कूटनीतिक और सैन्य दृढ़ता का परिणाम है, लेकिन कांग्रेस नेता इसमें भी राजनीति ढूंढ रहे हैं।”