शोभना शर्मा। राजस्थान में इस बार मानसून ने समय से पहले दस्तक देकर राहत की फुहारें दी हैं। बुधवार को प्रदेश के दक्षिणी और दक्षिणी-पूर्वी हिस्सों में मानसून का आगमन हो गया, और एक ही दिन में 11 जिलों को कवर कर लिया गया। आमतौर पर राज्य में मानसून की शुरुआत 25 जून के आसपास होती है, लेकिन इस बार मानसून ने एक सप्ताह पहले 18 जून को ही अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। मौसम विभाग ने जिन जिलों में मानसून के पहुंचने की पुष्टि की है, उनमें उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सलूंबर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ शामिल हैं। इन क्षेत्रों में बुधवार को अच्छी बारिश दर्ज की गई।
जयपुर में आज मानसून के पहुंचने की संभावना
राजधानी जयपुर में आज मानसून की पहली बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। बुधवार को भीलवाड़ा, सीकर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और जालोर जैसे शहरों में बारिश की गतिविधियां देखी गईं। पिछले वर्ष के आंकड़ों के अनुसार, पूरे प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान औसतन 662.87 मिमी और जयपुर जिले में 1032.33 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।
इस बार गुजरात के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र बुधवार को राजस्थान के मध्य और उत्तरी क्षेत्रों तक सक्रिय हो गया। साथ ही बांग्लादेश पर बना दबाव का क्षेत्र भी अब तीव्र हो चुका है। इस बदले मौसम का असर यह रहा कि दिन का तापमान सामान्य से 6.8 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है।
19 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने राजस्थान के 19 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अलग-अलग स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश, आकाशीय बिजली और तेज सतही हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटा) चलने की संभावना है। जिन जिलों में यह अलर्ट जारी हुआ है, वे हैं: जयपुर, दौसा, अलवर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, बारां, कोटा, झालावाड़, सीकर, नागौर, अजमेर, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़। इन जिलों में लोगों को सतर्क रहने और मौसम से संबंधित निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
भरतपुर में ऑरेंज अलर्ट
भरतपुर जिले और उसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां पर हल्की से मध्यम बारिश, मेघगर्जन, आकाशीय बिजली और तेज अंधड़ (हवा की गति 40-60 किमी प्रति घंटा) की संभावना जताई गई है। इस क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है ताकि किसी आपात स्थिति से निपटा जा सके।