शोभना शर्मा। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) मुख्य परीक्षा 2024 की शुरुआत आज से हो गई है। यह दो दिवसीय परीक्षा प्रदेश के दो प्रमुख शहरों — अजमेर और जयपुर — के कुल 77 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है। जयपुर में 48 और अजमेर में 29 केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा के पहले दिन सुरक्षा व्यवस्था और अभ्यर्थियों की उपस्थिति चर्चा का विषय बनी रही।
परीक्षा का पहला सत्र सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक चला, जबकि दूसरा सत्र दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक आयोजित किया गया। परीक्षा केंद्रों पर सुबह 8 बजे के बाद किसी भी अभ्यर्थी को प्रवेश नहीं दिया गया। देर से आने वाले अभ्यर्थियों को केंद्र के बाहर ही रोक दिया गया।
परीक्षा के लिए कुल 21,440 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। यह अभ्यर्थी उन 3.75 लाख से अधिक परीक्षार्थियों में से चयनित हुए हैं, जिन्होंने प्रारंभिक परीक्षा दी थी। प्रारंभिक परीक्षा के बाद 21,539 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे, जबकि 1,680 को प्रश्नों के उत्तर नहीं देने के कारण अयोग्य घोषित किया गया था। दो अभ्यर्थियों का परिणाम न्यायालयीन प्रक्रिया के चलते रोक दिया गया है।
परीक्षा में अभ्यर्थियों की संजीदगी देखने को मिली। जयपुर के राजकीय महारानी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, बनीपार्क पर एक अभ्यर्थी शरद प्लास्टर लगे हाथ के साथ परीक्षा देने पहुंचे। शरद का हाल ही में एक्सीडेंट हुआ था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और मेडिकल दस्तावेजों के साथ केंद्र पर पहुंचे। उनकी जांच के बाद उन्हें प्रवेश की अनुमति दी गई।
वहीं अजमेर के महात्मा गांधी स्कूल, पुलिस लाइन में एक दिव्यांग अभ्यर्थी को परिजन गोद में उठाकर परीक्षा कक्ष तक लेकर पहुंचे। अभ्यर्थियों की ऐसी भागीदारी ने परीक्षा के प्रति उनका समर्पण दर्शाया। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए। सभी अभ्यर्थियों की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई और सख्ती से प्रवेश नियमों का पालन किया गया। सावित्री गर्ल्स स्कूल, अजमेर में एक दृष्टिबाधित (ब्लाइंड) छात्रा से गहने और अंगूठी उतरवाकर प्रवेश दिया गया।
परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण खुद RPSC के नवनियुक्त अध्यक्ष उत्कल रंजन साहू और सचिव रामनिवास मेहता ने किया। दोनों अधिकारियों ने अजमेर के एक परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और सुरक्षा तथा सुविधाओं की स्थिति की समीक्षा की।
जयपुर के बनीपार्क सेंटर पर कोटपूतली-बहरोड़ से आए अभ्यर्थी रतनलाल ने कहा कि परीक्षा की तिथि को लेकर हाल ही में कई तरह की खबरें चल रही थीं, जिससे पढ़ाई पर असर पड़ा। उन्होंने बताया कि यदि परीक्षा थोड़ी और टल जाती तो तैयारी बेहतर हो सकती थी, हालांकि वह पूरी तरह तैयार होकर आए हैं। यह उनका दूसरा प्रयास है।
गौरतलब है कि यह भर्ती मूल रूप से 733 पदों के लिए निकाली गई थी, लेकिन 17 फरवरी 2025 को पदों की संख्या बढ़ाकर 1,096 कर दी गई। इनमें राज्य सेवा के 428 और अधीनस्थ सेवा के 668 पद शामिल हैं।
परीक्षा में स्पष्ट निर्देश है कि केंद्र में परीक्षा शुरू होने के 60 मिनट पहले तक ही अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। सभी अभ्यर्थियों को सलाह दी गई थी कि वे सुरक्षा जांच और अन्य प्रक्रियाओं को ध्यान में रखते हुए समय से पहले केंद्र पर पहुंचें। राजस्थान में प्रशासनिक सेवाओं की यह परीक्षा हजारों युवाओं के लिए करियर और भविष्य की दिशा तय करती है। इस वर्ष परीक्षा में विशेष रूप से दिव्यांग और विषम परिस्थितियों में आए अभ्यर्थियों की उपस्थिति ने परीक्षा के प्रति उनकी गंभीरता को उजागर किया है।