शोभना शर्मा। राजस्थान के जनजातीय इलाकों में विकास की नई इबारत लिखने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 14 जून, शुक्रवार को बांसवाड़ा के खेल मैदान में आयोजित प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के भव्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे करीब 2.5 लाख लाभार्थियों को आवास की सौगात देंगे और लगभग 400 करोड़ रुपये की राशि लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
यह आयोजन केवल एक सरकारी योजना का वितरण कार्यक्रम नहीं, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है। आइए इस आयोजन से जुड़ी प्रमुख बातें विस्तार से जानते हैं।
2.5 लाख लाभार्थियों को मिलेगा सीधा लाभ
मुख्यमंत्री के हाथों लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की पहली, दूसरी और तीसरी किस्त की सीधे डीबीटी के जरिए राशि ट्रांसफर की जाएगी। यह राशि करीब 400 करोड़ रुपये होगी, जिसे लाभार्थियों के बैंक खातों में एक साथ ट्रांसफर किया जाएगा।
बने हुए घरों के लिए प्रतीकात्मक चाबी वितरण
कार्यक्रम में उन लोगों को भी मंच पर बुलाकर सम्मानित किया जाएगा जिनके घर पहले ही योजना के तहत बन चुके हैं। उन्हें मंच से प्रतीकात्मक रूप से घर की चाबी सौंपी जाएगी। यह कदम न केवल सरकारी योजना की सफलता को दर्शाता है, बल्कि आमजन में भरोसा भी पैदा करता है।
नए लाभार्थियों को मिलेगा स्वीकृति पत्र
इस कार्यक्रम में नए चयनित लाभार्थियों को आवास स्वीकृति पत्र भी सौंपे जाएंगे। इससे योजना का दायरा और विस्तृत होगा और जिन लोगों को अब तक योजना का लाभ नहीं मिला, उन्हें भी सीधे योजना में शामिल किया जाएगा।
यह आयोजन बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और सलूम्बर जिलों के हजारों लोगों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन सकता है, जो लंबे समय से पक्के घर के सपने देख रहे थे।
कृषि और उद्यानिकी प्रदर्शनी का आयोजन
इस आयोजन में केवल आवास ही नहीं, बल्कि किसानों के लिए भी विशेष तैयारियां की गई हैं। कृषि और उद्यानिकी विभाग की ओर से एक विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें निम्नलिखित बातें प्रमुख रहेंगी:
आधुनिक खेती के मॉडल
पॉलीहाउस और शेडनेट तकनीक
आम की उन्नत किस्मों और अन्य फसलों की जानकारी
इससे किसानों को खेती में नए नवाचारों की जानकारी मिलेगी और वे इन तकनीकों को अपनाकर अपनी उत्पादकता बढ़ा सकेंगे।
राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण आयोजन
इस आयोजन में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य के कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी, प्रभारी मंत्री, स्थानीय विधायक, भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
कार्यक्रम को आगामी पंचायती राज चुनावों को ध्यान में रखकर भी देखा जा रहा है। खासकर वागड़ क्षेत्र जो कि जनजातीय बहुल है, वहां भाजपा की स्थिति को और मजबूत करने की रणनीति के तहत यह आयोजन किया जा रहा है।
बांसवाड़ा का चयन क्यों हुआ?
बांसवाड़ा, जो राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश की सीमा से सटा एक जनजातीय जिला है, इस आयोजन का केंद्र बनना राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों दृष्टियों से एक बड़ा संकेत है। यह कदम क्षेत्र के विकास, सामाजिक समावेशन और राजनीतिक मजबूती की दिशा में अहम साबित हो सकता है।


