शोभना शर्मा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 8 बजे नई दिल्ली से अहमदाबाद के लिए रवाना होंगे। वे वहां गुरुवार को हुए विमान हादसे के घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे। यह दुर्घटना भारतीय विमानन इतिहास की सबसे घातक घटनाओं में से एक बन गई है, जिसमें Air India की फ्लाइट AI-171 के क्रैश में 241 यात्रियों की मौत हो चुकी है। केवल एक यात्री—भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार रमेश—इस हादसे में जिंदा बचे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का संवेदनात्मक दौरा
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे को सरकार की उच्चस्तरीय जांच और राहत कार्यों की निगरानी के रूप में देखा जा रहा है। वे घटनास्थल, अस्पताल और राहत शिविरों का दौरा करेंगे। साथ ही, मृतकों के परिजनों से मिलकर संवेदना प्रकट करेंगे।
हादसे में 241 मौतें, एकमात्र जीवित यात्री अस्पताल में
Air India के बयान के अनुसार, सीट नंबर 11A पर बैठे रमेश विश्वास कुमार फिलहाल अस्पताल में उपचाराधीन हैं। उनकी स्थिति स्थिर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अस्पताल जाकर उनसे मुलाकात की और स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का भी निधन हुआ है, जिसकी पुष्टि एयर इंडिया और गृह मंत्रालय द्वारा की गई है।
DNA सैंपलिंग का कार्य पूरा
गृह मंत्री अमित शाह ने जानकारी दी कि सभी मृतकों के शवों से DNA सैंपल लिए जा चुके हैं, और उनकी पहचान फॉरेंसिक जांच और एनएफएससी (नेशनल फॉरेंसिक साइंस कॉलेज, गुजरात) द्वारा की जाएगी। शवों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण ही एकमात्र सटीक तरीका बचा है, क्योंकि अधिकतर शव बुरी तरह झुलसे हुए हैं।
ब्लैक बॉक्स की खोज जारी
अहमदाबाद ATC (Air Traffic Control) के अनुसार, पायलट ने दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद ‘मेडे’ कॉल दी थी, जो कि पूर्ण आपातकाल का संकेत है। हादसे की असली वजह जानने के लिए ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) की तलाश अब भी जारी है। यह डिवाइस अंतिम क्षणों की ऑडियो रिकॉर्डिंग और तकनीकी डेटा प्रदान करता है, जिससे दुर्घटना की वजह स्पष्ट हो सकेगी।
तकनीकी खामी या पक्षी टकराव?
विमानन विशेषज्ञों के अनुसार, प्रारंभिक संकेत यह दर्शाते हैं कि विमान ने उड़ान भरने के बाद 600 से 800 फुट की ऊंचाई तक ही उड़ान भरी थी। वीडियो फुटेज से लगता है कि दोनों इंजन पूरी क्षमता से काम नहीं कर रहे थे। कुछ विश्लेषण यह भी संकेत करते हैं कि शायद पक्षी से टकराव या ईंधन प्रणाली की खराबी दुर्घटना का कारण हो सकती है। बताया गया है कि विमान में 1 लाख लीटर ईंधन भरा हुआ था, जो क्रैश के वक्त आग का कारण बना।
इमारतों और स्थानीय नुकसान की तस्वीर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों के छात्रावास से टकराया। हादसे के समय भोजन कक्ष में दर्जनों लोग मौजूद थे। विमान के पीछे के हिस्से के एक बहुमंजिला इमारत से टकराने की पुष्टि वीडियो से हुई है, जिससे कई इमारतों में आग लग गई, पेड़ झुलस गए और वाहन नष्ट हो गए।