शोभना शर्मा। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, गुरुवार दोपहर 1:40 बजे टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद क्रैश हो गई। हादसा इतना भीषण था कि 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि केवल एक यात्री जिंदा बचा। यह विमान एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, जिसकी सुरक्षा को लेकर पूर्व में भी विवाद हो चुके हैं।
रमेश विश्वास कुमार: एकमात्र जीवित यात्री
इस हादसे में सीट नंबर 11-A पर बैठे भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार की जान बच गई। उनका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उन्हें जले कपड़ों और धुएं से भरे वातावरण से निकलते देखा जा सकता है। यह अब तक एकमात्र पुष्ट जीवित मामला है। शुरुआत में पुलिस कमिश्नर द्वारा दो लोगों के जिंदा होने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में AP एजेंसी ने सभी यात्रियों के मृत होने की पुष्टि की थी।
विमान में कितने लोग थे सवार?
इस विमान में कुल 254 लोग सवार थे, जिनमें:
230 यात्री
169 भारतीय
53 ब्रिटिश
7 पुर्तगाली
1 कनाडाई
103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात
12 क्रू मेंबर्स
अहमदाबाद के डॉक्टर्स की बिल्डिंग पर गिरा विमान
जहां विमान क्रैश हुआ, वहां अहमदाबाद सिविल अस्पताल के डॉक्टर्स का रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स स्थित है। हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, जिनमें 15 से अधिक घायल हुए हैं। इमारत और आसपास के क्षेत्र में आग का विकराल रूप फैल गया, जिसे काबू में लाने के लिए फायर ब्रिगेड को घंटों मेहनत करनी पड़ी।
विजय रूपाणी के निधन की खबर और भ्रम
हादसे के बाद खबरें आईं कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी विमान में सवार थे और उनका भी निधन हो गया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद परिमल नाथवानी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर यह जानकारी दी, लेकिन कुछ देर बाद उन्होंने पोस्ट डिलीट कर दी। इस पर आधिकारिक पुष्टि फिलहाल स्पष्ट नहीं है।
शवों की पहचान DNA से संभव
विमान में आग लगने के कारण ज्यादातर शव इतनी बुरी तरह से झुलस गए हैं कि उनकी पहचान बेहद मुश्किल है। प्रशासन ने बताया कि DNA जांच के जरिए ही पहचान संभव होगी। इस प्रक्रिया में कई दिन लग सकते हैं।
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की सुरक्षा पर फिर सवाल
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को तकनीकी दक्षता और आरामदायक यात्रा के लिए जाना जाता है, लेकिन इसकी बैटरी और सिस्टम से जुड़ी खामियों के कारण 2013 में इस पर तीन महीने की उड़ान रोक भी लग चुकी है। इस हादसे के बाद फिर से बोइंग की विश्वसनीयता को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
टाटा ग्रुप की सहायता घोषणाएं
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने इस त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ितों के लिए तीन बड़े राहत पैकेज की घोषणा की:
मृतकों के परिजनों को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता
घायलों का संपूर्ण इलाज टाटा ग्रुप की ओर से कराया जाएगा
बी.जे. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के पुनर्निर्माण में सहायता दी जाएगी