शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में शनिवार को उस समय हलचल मच गई जब कोटा में आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भारतीय जनता पार्टी और राज्य सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर जमकर निशाना साधा। रैली का नेतृत्व लोकसभा प्रत्याशी प्रह्लाद गुंजल कर रहे थे और आयोजन स्थल था दधीच गार्डन।
सरकार पर ‘टोटका’ करने का आरोप
रैली में डोटासरा ने अपने चिरपरिचित अंदाज में व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा, “किरोड़ी लाल मीणा कभी-कभी सरकार पर टोटका कर देते हैं। उन्हें खुद ही नहीं पता कि वे किस विभाग के मंत्री हैं। गणेशजी को धोखा दोगे नहीं तो असर तो दिखाएगा ही नहीं।”
उन्होंने आगे कहा कि मंत्री पद पर रहते हुए भी मीणा को समझ नहीं आता कि उनके अधीन कौन सा विभाग है। यह टिप्पणी मीणा की राजनीतिक कार्यशैली और उनकी गतिविधियों पर सीधा हमला माना जा रहा है।
बजरी चोरी पर छापेमारी को बताया नाकाफी
बीसलपुर में चल रही बजरी चोरी के मुद्दे पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा, “किरोड़ी लाल मीणा ने छापेमारी कर तो दी, लेकिन उसका कोई असर नजर नहीं आया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 8 करोड़ रुपये की बजरी की चोरी हो रही है, जिसका इशारा कोटा की तरफ था। लेकिन क्या कर लिया? सिर्फ दिखावा।”
यह बयान उस छापेमारी से जुड़ा है, जिसमें मीणा ने अवैध खनन को उजागर करने का प्रयास किया था। कांग्रेस नेता ने इसे नाटक करार देते हुए कहा कि यह सब सिर्फ मीडिया में दिखने के लिए किया गया।
बीजेपी नेताओं पर व्यक्तिगत तंज
डोटासरा ने मंत्री मीणा की आलोचना के साथ-साथ यह भी जोड़ा कि “गहलोत को गाली-गाली देकर मीणा को टॉन्सिल हो गया है।” उन्होंने यह बयान देते हुए भाजपा नेताओं के भाषा स्तर और व्यवहार की आलोचना की।
उन्होंने बीजेपी नेताओं को “मगरमच्छ” कहने वाले बयान की ओर भी इशारा किया और कहा कि ऐसे लोगों के लिए जेल के गेट चौड़े करवाने पड़ सकते हैं। यह बयान बीजेपी नेताओं के कथित अनैतिक आचरण के खिलाफ उनका प्रतीकात्मक विरोध था।
संविधान की रक्षा को बताया आवश्यक
कार्यक्रम के दौरान डोटासरा ने भारत के संविधान की रक्षा को ही देश की नागरिक सुरक्षा का मूल आधार बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार बार-बार बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा रचित संविधान पर प्रहार कर रही है। सत्ता और एजेंसियों का दुरुपयोग कर नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कुचला जा रहा है।
डोटासरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कार्यक्रम की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा,
“सत्ता में बैठी भाजपा बार-बार संविधान को खत्म करने का प्रयास कर रही है। ये लोग एजेंसियों और सत्ता के दुरुपयोग से नागरिकों के अधिकारों को कुचलना चाहते हैं। हमें इस अन्याय एवं अत्याचार के खिलाफ लड़ना होगा। संविधान हर वर्ग के हित की रक्षा करता है, और उसकी रक्षा में ही देश के नागरिकों की सुरक्षा निहित है।”
संविधान बचाओ रैली: कांग्रेस की रणनीति
इस रैली के माध्यम से कांग्रेस ने स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की कि वह आगामी लोकसभा चुनावों में संविधान और जन अधिकारों की रक्षा को प्रमुख मुद्दा बनाकर मैदान में उतरेगी। प्रह्लाद गुंजल जैसे स्थानीय नेता के नेतृत्व में कोटा क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने और बीजेपी को सीधी चुनौती देने की रणनीति भी इस मंच से सामने आई। डोटासरा का भाषण न केवल किरोड़ी लाल मीणा की छवि पर सवाल उठा गया, बल्कि बीजेपी की सरकार के कामकाज और नीतियों को भी कटघरे में खड़ा कर गया।


