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मदन राठौड़ का कांग्रेस की ‘जयहिंद रैली’ पर तंज: बोले- बड़ी देर कर दी

मदन राठौड़ का कांग्रेस की ‘जयहिंद रैली’ पर तंज: बोले- बड़ी देर कर दी

शोभना शर्मा।  राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस की ‘जयहिंद रैली’ पर सियासी बयानबाजी तेज होती जा रही है। कांग्रेस की बाड़मेर में आयोजित इस रैली में जहां अशोक गहलोत, सचिन पायलट और रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा और केंद्र सरकार पर तीखे प्रहार किए, वहीं अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को घेरा है। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल को भी आड़े हाथों लिया।

कांग्रेस की राष्ट्रभक्ति पर उठाए सवाल

मदन राठौड़ ने कांग्रेस की जयहिंद रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा ने काफी पहले ही बिना किसी राजनीतिक लाभ की भावना के तिरंगा यात्रा निकाली थी। उन्होंने कहा कि “हमने तो बहुत पहले ही तिरंगा यात्रा निकाल दी थी। उस यात्रा में न भाजपा का झंडा था और न ही भाजपा का बैनर। हमने विपक्ष को भी बुलाया था कि आइए हम सब मिलकर राष्ट्रभक्ति का संदेश दें, लेकिन वे शामिल नहीं हुए।”

राठौड़ ने तंज कसते हुए कहा, “जयहिंद रैली निकालने में इन्हें बहुत देर लग गई। खैर, मैं इसका स्वागत करता हूं, शायद ये हमसे सद्बुद्धि ले रहे हैं।”

हनुमान बेनीवाल पर तीखा हमला

मदन राठौड़ ने हनुमान बेनीवाल के हालिया बयानों और बेरोजगारों के मुद्दे पर किए जा रहे आंदोलनों को लेकर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “हनुमान बेनीवाल के पास कोई ठोस काम नहीं है। वे केवल अपनी छवि को निखारने के लिए बेरोजगारों की भावनाओं से खेल रहे हैं। उनकी यह कोई नीतिगत सोच नहीं है, बल्कि केवल शक्ति प्रदर्शन का माध्यम है।”

राठौड़ ने आरोप लगाया कि बेनीवाल केवल युवाओं की भीड़ जुटाकर राजनीतिक फायदा उठाना चाहते हैं। उन्होंने साफ किया कि भाजपा किसी भी निर्णय को पार्टी की राजनीति से नहीं जोड़ती। “एसआई भर्ती का निर्णय कानून के अनुसार होगा। इसमें राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए,” उन्होंने जोड़ा।

नेताओं को नसीहत: शब्दों पर रखें संयम

हाल ही में भाजपा नेताओं के बयानों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई नसीहत के बाद अब मदन राठौड़ ने भी पार्टी नेताओं को संयमित भाषा अपनाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, “किसी भी नेता को व्यर्थ की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। कई बार लोगों की भावना शुद्ध होती है लेकिन जुबान फिसल जाती है। इससे बचना जरूरी है।”

राठौड़ ने कहा, “हर किसी को सोच-समझकर बोलना चाहिए। यह सोचना चाहिए कि हमारे शब्दों का क्या असर होगा। अगर बोलने में संकोच हो तो ‘भारत माता की जय’ बोल दो, वही पर्याप्त है।”

उन्होंने उन नेताओं की आलोचना की जिन्होंने सेना के सम्मान के विपरीत या आपत्तिजनक शब्द बोले हैं। राठौड़ ने स्पष्ट किया कि भाजपा ऐसे किसी भी बयान को स्वीकार नहीं करती और ऐसे नेताओं की निंदा करती है।

भाजपा के तिरंगे प्रेम का उदाहरण

मदन राठौड़ ने यह भी दोहराया कि भाजपा के लिए तिरंगे का सम्मान सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने हमेशा तिरंगे की गरिमा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा की तिरंगा यात्रा पूरी तरह गैर-राजनीतिक रही है और उसका उद्देश्य केवल राष्ट्रभक्ति को प्रोत्साहित करना था।

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