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राजस्थान में गर्मी और रेतीले तूफान का कहर: लू से जनजीवन अस्त-व्यस्त

राजस्थान में गर्मी और रेतीले तूफान का कहर: लू से जनजीवन अस्त-व्यस्त

शोभना शर्मा। राजस्थान में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदला है, लेकिन इस बार बदलाव राहत देने वाला नहीं बल्कि और भी अधिक परेशान करने वाला साबित हो रहा है। प्रदेश के पश्चिमी जिलों जैसलमेर और बाड़मेर में गर्मी और रेतीले तूफानों ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। बीते शुक्रवार रात जैसलमेर में तेज़ रफ्तार रेतीला तूफान उठा, जिसकी चपेट में शहर सहित आस-पास का इलाका आ गया। इस तूफान ने दृश्यता को इतना कम कर दिया कि सुबह होते-होते शहर को कोहरे जैसे धुंधलके ने ढक लिया।

जैसलमेर में आए इस डेजर्ट स्टॉर्म की वजह से घरों की छतों पर बने कमरों में धूल की मोटी परत जम गई है। ऐतिहासिक सोनार किले से आमतौर पर दूर-दूर तक का नज़ारा दिखाई देता है, लेकिन तूफान के चलते आसपास की इमारतें भी ठीक से नजर नहीं आईं। तेज़ हवाओं और धूल की चादर ने वातावरण को पूरी तरह धुंधला कर दिया।

इसके साथ ही, तापमान ने भी सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शुक्रवार को जैसलमेर का अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे अधिक तापमान है। वहीं, बाड़मेर देश का दूसरा सबसे गर्म शहर बना रहा। यहां भी लोगों को उमस और गर्मी ने बेहाल कर रखा है। शनिवार 25 मई को मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि आने वाले दिनों के लिए रेड अलर्ट की चेतावनी दी गई है।

बाड़मेर में भी शनिवार सुबह से ही गर्म हवाएं चल रही हैं। आसमान में धूल का गुबार छाया रहा और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत महसूस हुई। गर्मी का यह कहर नौतपा के पहले दिन ही अपने चरम पर दिखाई दे रहा है, जिससे आने वाले नौ दिनों का पूर्वाभास भयावह प्रतीत हो रहा है।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले 4 से 5 दिनों तक राजस्थान के पश्चिमी जिलों में हीटवेव से राहत की कोई संभावना नहीं है। जैसलमेर और बाड़मेर सहित कई क्षेत्रों में दिन के साथ रात में भी लू चलने के आसार हैं। रात की लू शरीर को अधिक प्रभावित करती है क्योंकि गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद खत्म हो जाती है।

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 26 मई को ऑरेंज अलर्ट और 27 मई को येलो अलर्ट लागू रहेगा। इन अलर्ट्स का अर्थ है कि सामान्य जनजीवन पर प्रभाव पड़ सकता है और बुजुर्गों, बच्चों तथा बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

इस बीच, प्रशासन द्वारा अभी तक कोई विशेष आपातकालीन प्रबंध नहीं किए गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती गर्मी के बीच लोगों को दिन के समय घरों में रहने, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने और खुले में काम करने से बचने की सलाह दी जा रही है।

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