शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में एक नई हलचल उस समय देखने को मिली जब पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना को राष्ट्रीय लोकदल (RLD) का राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। यह घोषणा शुक्रवार को की गई, जिससे प्रदेश की राजनीतिक सरगर्मियां और भी तेज हो गई हैं। अवाना हाल ही में कांग्रेस छोड़कर RLD में शामिल हुए थे और अब उन्हें पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
कांग्रेस से RLD की ओर बदला राजनीतिक रुख
जोगिंदर सिंह अवाना एक अनुभवी राजनेता हैं और उन्होंने लम्बे समय तक कांग्रेस पार्टी में कार्य किया। लेकिन कुछ समय पूर्व उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय लोकदल का दामन थाम लिया था। पार्टी ने उन्हें राजस्थान के संगठन की बागडोर सौंप कर यह संकेत दिया है कि वह राज्य में अपने राजनीतिक विस्तार को लेकर गंभीर है।
संगठन निर्माण पर रहेगा फोकस
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अवाना ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ समन्वय स्थापित कर संगठन निर्माण की दिशा में ठोस रणनीति बनाएंगे। उनका लक्ष्य प्रदेश के हर जिले, संभाग, विधानसभा क्षेत्र और बूथ स्तर तक पार्टी की मजबूत पकड़ बनाना है। उन्होंने बताया कि वे पहले ही राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर चुके हैं और अब व्यापक स्तर पर संगठनात्मक गतिविधियों को गति देंगे।
जयंत चौधरी का प्रस्तावित जयपुर दौरा
अवाना ने बताया कि उन्होंने हाल ही में पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी से मुलाकात की है। इस दौरान राज्य में पार्टी के विस्तार और संभावनाओं पर चर्चा हुई। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जयंत चौधरी जून माह में जयपुर का दौरा कर सकते हैं, जिसमें संगठनात्मक बैठकों के साथ कुछ सार्वजनिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा सकते हैं।
राष्ट्रीय नेताओं की मौजूदगी
इस नियुक्ति के अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी सहित कई अन्य राष्ट्रीय नेता भी उपस्थित रहे। नेताओं ने अवाना को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में पार्टी राजस्थान में अपना जनाधार बढ़ाने में सफल रहेगी।