शोभना शर्मा। जयपुर में तिरंगा यात्रा के दौरान कथित रूप से तिरंगे से पसीना पोंछने के वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा विधायक बाल मुकुंदाचार्य कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद कांग्रेस ने इसे तिरंगे का अपमान बताया और माफी की मांग की। हालांकि विधायक ने इस पूरे मामले पर अपनी सफाई देते हुए कहा है कि वे तिरंगे का कभी भी अपमान नहीं कर सकते और वायरल वीडियो को झूठा व भ्रामक बताया।
विधायक बाल मुकुंदाचार्य गुरुवार को जयपुर में अल्बर्ट हॉल से बड़ी चौपड़ तक आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल हुए थे। इस यात्रा का आयोजन देश के सैनिकों के सम्मान में किया गया था। यात्रा के दौरान जब उन्हें पसीना आया, तो वायरल वीडियो में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उन्होंने तिरंगे से पसीना पोंछा। इसी वीडियो को आधार बनाकर कांग्रेस ने तीखी आलोचना शुरू कर दी।
इस आरोप के जवाब में देर शाम को विधायक ने बयान जारी कर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने तिरंगे को न सिर्फ चूमा था बल्कि उसे सम्मानपूर्वक दिल से लगाया था। पसीना उन्होंने तिरंगे से नहीं, बल्कि दूसरे कपड़े से पोंछा था। विधायक के मुताबिक, “यात्रा के दौरान किसी ने मुझे हरे और सफेद रंग का कपड़ा दिया था। मैंने उसे श्रद्धा से चूमा और सुरक्षाकर्मी को सौंप दिया। इसके बाद दूसरे कपड़े से पसीना पोंछा। कांग्रेस ने इसी क्रम को गलत तरीके से प्रस्तुत किया और झूठ फैलाया।”
बाल मुकुंदाचार्य ने आगे कहा कि यह तिरंगा यात्रा किसी राजनैतिक दल की नहीं, बल्कि भारतीय सैनिकों को सम्मान देने के उद्देश्य से निकाली गई थी। उन्होंने सवाल किया कि जब देश के लिए यह यात्रा हो रही थी, तब कांग्रेस कहां थी? उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा, इसलिए अब वे झूठे आरोप लगाकर सनसनी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
विधायक ने पलटवार करते हुए कहा कि तिरंगे का असली अपमान तो कांग्रेस ने दशकों से किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तिरंगे पर अपना चुनाव चिन्ह “पंजा” छपवाया हुआ है, जो हर गली-मोहल्ले में नजर आता है। “कार्यक्रमों के बाद सड़कों पर बिखरी पड़ी झंडियां और पोस्टर खुद इस बात के गवाह हैं कि कांग्रेस किस तरह तिरंगे के सम्मान के साथ खिलवाड़ करती आई है,” उन्होंने जोड़ा।
भाजपा विधायक के मुताबिक, “तीन रंग के कपड़े पर पंजा छाप देना और उसे हर जगह टांग देना तिरंगे का सम्मान नहीं है। असली सम्मान दिल से होता है और मैं तिरंगे का अपमान करने की सोच भी नहीं सकता।”