शोभना शर्मा। राजस्थान में मई के मध्य में गर्मी ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। राज्य के कई हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने लगा है। खासकर श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, जैसलमेर और बाड़मेर जैसे जिलों में गर्मी ने नया रिकॉर्ड बनाया है।
गुरुवार को श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। वहीं बीकानेर में तापमान 44.8, जैसलमेर में 44.9, चूरू में 44.1 और बाड़मेर में 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन जिलों में सुबह से ही धूप तेज रही और आसमान पूरी तरह साफ रहा।
जयपुर में भी गर्मी का असर बढ़ता नजर आया। यहां तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे शहरवासियों को राहत देने के लिए नगर निगम की ओर से एंटी स्मॉग गन के जरिए सड़कों पर पानी का छिड़काव किया गया। यह कदम गर्म हवाओं और धूलभरी सड़कों से निजात दिलाने के लिए उठाया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने अगले चार दिनों तक श्रीगंगानगर और बीकानेर क्षेत्र में लू चलने की चेतावनी दी है। विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें लोगों को दोपहर 12 से 4 बजे तक घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
राजस्थान के अन्य जिलों में भी गर्मी का असर कम नहीं रहा। कोटा में तापमान 42.6, जोधपुर में 42.5 डिग्री रहा, जबकि सीकर, पिलानी, भीलवाड़ा, नागौर, बारां, झुंझुनूं, पाली, दौसा जैसे जिलों में तापमान 40 से 43 डिग्री के बीच रहा। हालांकि डूंगरपुर, उदयपुर और प्रतापगढ़ जैसे दक्षिणी जिलों में तापमान अपेक्षाकृत कम रहा, जहां अधिकतम तापमान 33 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
शाम होते-होते मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिला। उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ और सिरोही में 5 बजे के बाद धूलभरी हवाएं चलीं और आसमान में बादल छा गए। इससे हल्की राहत तो मिली, लेकिन उमस में इजाफा हो गया।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अत्यधिक धूप और लू के समय बाहर निकलने से बचें, खूब पानी पिएं और शरीर को ढक कर रखें। आगामी दिनों में गर्मी और तेज हो सकती है, ऐसे में सतर्कता ही सबसे बेहतर बचाव है।