शोभना शर्मा। भारतीय सेना द्वारा हाल ही में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई निर्णायक कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद देशभर में देशभक्ति का माहौल बना हुआ है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी द्वारा गुरुवार 15 मई को राजस्थान की राजधानी जयपुर में विशाल तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा का शुभारंभ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्वयं तिरंगा झंडा लेकर किया और यात्रा में पैदल भाग लिया।
मुख्यमंत्री के साथ इस आयोजन में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, लोकसभा सांसद मंजू शर्मा, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, वरिष्ठ नेता अशोक परनामी समेत सरकार और संगठन के कई प्रतिनिधि शामिल हुए। यात्रा से पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।
जयपुर की यह यात्रा रामनिवास बाग स्थित अल्बर्ट हॉल से शुरू हुई और न्यू गेट, बापू बाजार, सांगानेरी गेट, जौहरी बाजार होते हुए बड़ी चौपड़ तक पहुंची। तिरंगे झंडों और देशभक्ति नारों से पूरा जयपुर गूंज उठा।
यात्रा का एक खास दृश्य तब देखने को मिला जब बड़ी चौपड़ स्थित जामा मस्जिद के सामने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने तिरंगा यात्रा पर फूल बरसाकर स्वागत किया। इस दौरान ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे गूंजते रहे, जिससे लोगों के भीतर देशभक्ति की भावना स्पष्ट झलक रही थी।
इस आयोजन में हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, स्कूली छात्र और आम नागरिक शामिल हुए। हर उम्र और तबके के लोग इस यात्रा का हिस्सा बने। यात्रा में ढोल-नगाड़ों, राष्ट्रगान और देशभक्ति गीतों ने पूरे माहौल को एक उत्सव का रूप दे दिया।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने इस अवसर पर कहा, “पाकिस्तान ने केवल फुलझड़ियां छोड़ीं, जबकि भारत ने 500 किलोमीटर अंदर जाकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया। आज पूरी दुनिया भारत की सैन्य ताकत का लोहा मान रही है।” उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर देश की सुरक्षा और संप्रभुता का प्रतीक बन गया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा, “पहलगाम हमले के बाद देश की जनता के भीतर प्रतिशोध की भावना थी। भारतीय सेना ने जनता की उस भावना के अनुरूप कार्य करते हुए आतंकियों का सफाया किया है। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि देश की रक्षा-संकल्पना का स्पष्ट उदाहरण है।”
सीएम शर्मा ने आगे कहा कि यह तिरंगा यात्रा केवल राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और बलिदान के सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने अपील की कि हर नागरिक को सेना के साथ खड़ा होकर इस तरह के आयोजनों में भाग लेना चाहिए।
भविष्य में ऐसी ही तिरंगा यात्राएं प्रदेश के सभी 41 जिलों और 200 विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित की जाएंगी। भाजपा की योजना है कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को जन-जन तक पहुंचाया जाए और लोगों को यह बताया जाए कि भारत अब किसी भी आतंकवादी हरकत को जवाब देने में हिचकिचाता नहीं है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजस्थान में भाजपा इस अभियान के जरिए राष्ट्रवाद की भावना को और सशक्त करने की दिशा में काम कर रही है। तिरंगा यात्रा न केवल सेना के शौर्य को सम्मान देने का माध्यम बनी, बल्कि यह एक प्रकार का जनसंपर्क अभियान भी रहा जिसमें सरकार और जनता के बीच संवाद स्थापित हुआ।