शोभना शर्मा। जयपुर के करधनी क्षेत्र में 18 अप्रैल को हुए आत्महत्या प्रकरण में मृतक आर्किटेक्ट और बिजनेसमैन भारत कुमार सैनी की पत्नी वर्षा सैनी ने न्याय की गुहार लगाते हुए रविवार को कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा से मुलाकात की। इस मुलाकात में उनके साथ देवर अमित कुमार और ससुर भानुप्रताप सैनी भी मौजूद रहे। परिवार ने आरएएस अधिकारी मुक्ताराव पर धोखाधड़ी, मानसिक उत्पीड़न और पैसे हड़पने के गंभीर आरोप लगाए।
वर्षा सैनी ने बताया कि उनके पति ने मुक्ताराव से काम के बदले 39 लाख 60 हजार रुपए की मांग की थी, लेकिन पैसे नहीं मिलने से वह मानसिक तनाव में थे। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत एक फर्जी एग्रीमेंट तैयार किया गया और उनके ससुर से जबरन हस्ताक्षर करवाए गए। वर्षा ने बताया कि उनके ससुर उस समय अस्वस्थ थे, कम दिखाई देता था और चश्मा भी नहीं था। इस स्थिति का फायदा उठाकर आरएएस अधिकारी के लोगों ने उन्हें गुमराह कर दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवा लिए।
सुसाइड नोट में भारत सैनी ने स्पष्ट रूप से आरएएस मुक्ताराव का नाम लिया था और उन्हें अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। इस आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने वर्षा और उनके परिवार से बातचीत के बाद कहा कि वह इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करेंगे और जल्द ही वर्षा की सीएम से मुलाकात कराएंगे। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि मुक्ताराव पर पहले भी फर्जी टॉपर होने के आरोप लगे हैं और यह मामला बेहद संवेदनशील है। मंत्री ने कहा, “अगर समय पर पैसा दे दिया होता, तो एक जीवन नहीं जाता।”
वर्षा सैनी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी लड़ाई केवल अपने पति के लिए न्याय की है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोई समझौता नहीं हुआ था, जो पैसा मुक्ताराव ने दिया वह उनके पति की मेहनत की कमाई थी। उन्होंने कहा कि “मेरे पति ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उन्हें न्याय मिले। मैं बस वही मांग रही हूं।”
देवर अमित कुमार ने भी न्याय की मांग करते हुए कहा कि आरएएस अधिकारी को जेल भेजा जाए और नौकरी से बर्खास्त किया जाए। मृतक के पिता भानुप्रताप सैनी ने कहा कि वह केवल यह चाहते हैं कि उनके बेटे को न्याय मिले।
गौरतलब है कि 18 अप्रैल को करधनी के गोविंदपुरा क्षेत्र स्थित रॉयल ग्रीन सोसाइटी की 14वीं मंजिल से कूदकर भारत कुमार सैनी ने आत्महत्या कर ली थी। जेब में मिले सुसाइड नोट में उन्होंने साफ तौर पर आरएएस मुक्ताराव को इस कदम के लिए जिम्मेदार बताया था।