शोभना शर्मा । भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर लगातार बने तनावपूर्ण हालात के मद्देनज़र राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। सीमावर्ती जिलों में बढ़े सुरक्षा इनपुट्स के चलते जयपुर प्रशासन ने आपात बैठकें, मॉक ड्रिल और फील्ड विज़िट के ज़रिए अपनी तैयारियों को सक्रिय किया है। जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने शनिवार को जिलेभर में खुद फील्ड में जाकर व्यवस्थाओं की निगरानी की।
आपात बैठक और मॉक ड्रिल में सक्रियता
जयपुर जिला प्रशासन द्वारा 8 मई को विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई थी, जिसमें जिला कलेक्टर स्वयं उपस्थित रहे। इन अभ्यासों के माध्यम से आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं की वास्तविक स्थिति को परखा गया। इसके अतिरिक्त, शनिवार को जिला कलेक्टर ने एक उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई, जिसमें सभी एडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और नागरिक सुरक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी शामिल हुए। बैठक में नागरिकों की सुरक्षा, गाइडलाइन की पालना और अफवाहों से बचने पर विशेष जोर दिया गया।फील्ड में उतरे जिला कलेक्टर
आपात बैठक के बाद डॉ. जितेंद्र सोनी खुद जिले के उपखंड अधिकारियों और तहसील स्तर के अधिकारियों के साथ फील्ड में उतरे। उन्होंने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य सार्वजनिक स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान आम लोगों से संवाद कर उन्हें सतर्क रहने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई। साथ ही यह भी कहा गया कि किसी भी स्थिति में अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल अधिकृत जानकारी पर भरोसा करें।स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण
जिला प्रशासन ने पूरे जिले में चिकित्सा सेवाओं की स्थिति का भी गहन निरीक्षण किया। जयपुर शहर के प्रमुख अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और ब्लड बैंकों का दौरा किया गया। इस दौरान चिकित्सा स्टाफ, दवाइयों, रक्त की उपलब्धता और चिकित्सकीय उपकरणों की स्थिति का मूल्यांकन किया गया। इसके पश्चात प्रशासन ने स्थानीय व्यापारिक संगठनों एवं विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी बैठक कर क्षेत्रीय समन्वय पर चर्चा की।नागरिक सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया
नागरिक सुरक्षा अधिनियम, 1968 के अंतर्गत जयपुर जिले में नागरिक सुरक्षा सेवाओं को सक्रिय करने हेतु विभिन्न विभागों के अधिकारियों को प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। मुख्यालय सेवा में जिला कलेक्टर स्वयं प्रभारी हैं, जबकि चिकित्सा सेवा में सवाई मानसिंह अस्पताल के अधीक्षक और सीएमएचओ प्रमुख पदों पर तैनात किए गए हैं। वहीं वार्डन सेवा की जिम्मेदारी मुख्य वार्डन और उप मुख्य वार्डन को सौंपी गई है।प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर
जयपुर प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सीमाई तनाव की स्थिति में राजधानी में किसी भी प्रकार की अस्थिरता या अव्यवस्था न फैले, इसके लिए प्रशासन पूर्ण रूप से अलर्ट पर है। जिला कलेक्टर की ओर से सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे लगातार निगरानी रखें और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।