शोभना शर्मा। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए युद्धविराम को केंद्र सरकार की कूटनीतिक और रणनीतिक जीत बताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान को घुटनों पर लाकर गिड़गिड़ाने पर मजबूर कर दिया है। राठौड़ ने यह भी कहा कि अब पाकिस्तान को आतंकवाद से दूरी बनानी चाहिए और अपने यहां पल रहे आतंकियों को भारत के सामने सरेंडर करवाना चाहिए।
राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें दूरदर्शन से यह जानकारी मिली कि भारत और पाकिस्तान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद युद्धविराम की घोषणा की गई है। हालांकि, विस्तृत जानकारी थोड़ी देर बाद शीर्ष नेतृत्व द्वारा दी जाएगी, लेकिन जो संकेत मिले हैं उससे यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान अब दबाव में है और भारत की शर्तों पर ही युद्धविराम को स्वीकार कर रहा है।
पहलगाम के आतंकियों को सरेंडर करवाए पाकिस्तान
मदन राठौड़ ने खास तौर पर कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस हमले में जिन आतंकियों का हाथ था, उन्हें पाकिस्तान को सरेंडर करवाना चाहिए। साथ ही उन्होंने अजर मोहम्मद जैसे उन सभी आतंकियों के नाम भी लिए जिन्होंने भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया है। राठौड़ का कहना है कि यह उनकी निजी सोच है, लेकिन पाकिस्तान अगर वाकई शांति चाहता है तो उसे इन आतंकियों को भारत के हवाले करना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हमारा नेतृत्व इस बार पीछे हटने के मूड में नहीं है। पहलगाम हमले के बाद जो निर्णय लिया गया, वह यही था कि पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया जाए जो वह जिंदगी भर न भूले। उसी के तहत की गई कार्रवाई ने पाकिस्तान को झुकने पर मजबूर कर दिया है।”
पाकिस्तान ने आम नागरिकों को बनाया ढाल
राठौड़ ने पाकिस्तान की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसने अपने आम नागरिकों को ढाल बनाकर रखा। वहां के हवाई अड्डों को सामान्य उड़ानों के लिए खुला रखा गया ताकि भारत किसी भी सैन्य प्रतिक्रिया से पीछे हट जाए। उन्होंने कहा कि भारत ने हर स्तर पर संयम बरता और केवल सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाया, जिससे निर्दोष नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे।
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान को भी यह पता था कि भारत आम नागरिकों पर हमला नहीं करता, इसलिए उसने ऐसी चालें चलीं। लेकिन भारत ने अपने सैन्य कौशल और रणनीतिक दृढ़ता से उन्हें उसी के खेल में मात दी।
पानी रोकना भी बनी बड़ी रणनीति
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान की पानी पर निर्भरता को भी रणनीतिक रूप से इस्तेमाल किया। भारत ने पाकिस्तान की ओर जाने वाले जल संसाधनों को नियंत्रित कर उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से दबाव में डाला। राठौड़ के अनुसार, यही वह कारण रहा जिससे पाकिस्तान को घुटनों पर आकर युद्धविराम की बात करनी पड़ी।
आतंक के खिलाफ निर्णायक रुख
मदन राठौड़ ने साफ कहा कि भारत की लड़ाई पाकिस्तान की आम जनता से नहीं है, बल्कि वहां पनप रहे आतंकवाद और आतंकियों से है। उन्होंने कहा कि भारत सिर्फ उन्हीं ठिकानों पर निशाना साधता है जो आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। अगर पाकिस्तान वास्तव में शांति चाहता है तो उसे अपने देश में मौजूद आतंकवादी शिविरों को बंद करना होगा और आतंकियों को भारत के हवाले करना होगा।