शोभना शर्मा। जयपुर की सामाजिक उद्यमी भारती सिंह चौहान और उनके स्टार्टअप “तितलम क्राफ्ट्स – द गुडविल स्टोर” को अमेरिका के सिलिकॉन वैली में आयोजित प्रतिष्ठित टाईकॉन ग्लोबल समिट में “टाई 50 अवॉर्ड” से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार वैश्विक स्तर पर सामाजिक और नवोन्मेषी उद्यमिता को मान्यता देने के लिए दिया जाता है और इसे दुनिया के सबसे बड़े एंटरप्रेन्योरशिप सम्मेलनों में से एक माना जाता है।
तितलम क्राफ्ट्स की शुरुआत एक स्पष्ट और उद्देश्यपूर्ण सोच के साथ की गई थी – ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना और पर्यावरण की रक्षा करते हुए उन्हें जीरो-वेस्ट हस्तशिल्प उत्पादों के माध्यम से सतत आजीविका के अवसर प्रदान करना। इस मिशन को मूर्त रूप देने वाली भारती सिंह चौहान ने इस मंच से कहा कि यह अवॉर्ड सिर्फ एक व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि उन हजारों महिलाओं की मेहनत और उस सामूहिक प्रयास की पहचान है जो बदलाव की दिशा में जुटे हुए हैं।
अपने उद्बोधन में भारती ने बताया कि इस यात्रा की शुरुआत बेहद चुनौतीपूर्ण रही। संसाधनों की कमी और स्पष्ट दिशा के अभाव में सब कुछ धुंधला प्रतीत होता था। लेकिन जब हर राह कठिन थी, उस वक्त Egon Zehnder जैसी संस्था ने उन पर विश्वास जताया और उनका मार्गदर्शन किया। इसी समर्थन ने उन्हें ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षित करने, टिकाऊ उत्पादन मॉडल तैयार करने और एक मजबूत सामाजिक उद्यम स्थापित करने का हौसला दिया।
तितलम क्राफ्ट्स की इस उपलब्धि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर नीति आयोग के महिला उद्यमिता प्लेटफॉर्म (WEP) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा प्रदान किया गया। इन संस्थाओं ने तितलम को सिलिकॉन वैली में आयोजित TiE50 प्रतियोगिता में नामित किया, जिससे भारतीय नवाचार और सामाजिक जिम्मेदारी की कहानी वैश्विक मंच तक पहुंची।
इस सम्मान से भारत में महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को एक नई पहचान मिली है, विशेषकर वे जो ग्रामीण परिवेश से निकलकर वैश्विक प्रभाव बना रहे हैं। भारती सिंह चौहान का यह प्रयास केवल व्यापारिक सफलता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण भारत में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में स्थायी योगदान देने वाला एक प्रेरणादायी उदाहरण है।