शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में उस वक्त हलचल मच गई जब भारत आदिवासी पार्टी के विधायक जयकृष्ण पटेल को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने ₹2.5 करोड़ की रिश्वत डील के मामले में गिरफ्तार किया। जयकृष्ण पटेल वही नेता हैं, जो कभी राजस्थान विधानसभा में खनन माफियाओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ पोस्टर लहराते थे। ironically, अब वे खुद उसी भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए हैं जिसकी वे आलोचना किया करते थे।
कैसे हुआ खुलासा: एक महीने की निगरानी के बाद गिरफ्तारी
जयकृष्ण पटेल की गिरफ्तारी सीधे ट्रैप के जरिए नहीं बल्कि डिजिटल और फिजिकल सबूतों के आधार पर हुई है। ACB के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने जानकारी दी कि उन्हें विधायक के खिलाफ एक महीने पहले एक शिकायत मिली थी। शिकायत के बाद ACB ने पटेल और उनके करीबी लोगों को सर्विलांस पर लिया।
फोन कॉल्स की निगरानी में रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई, जिसमें विधायक स्पष्ट रूप से पैसे मांगते और धमकाते हुए सुने गए। रिकॉर्डिंग में पटेल कहते हैं, “अगर 10 करोड़ नहीं दिए तो सारी हेकड़ी निकाल दूंगा।” बाद में बातचीत ₹2.5 करोड़ में तय हुई।
रिश्वत की पहली किस्त: 20 लाख रुपए की डील
रविवार, 4 मई को सुबह 10:16 बजे जयकृष्ण पटेल ने जयपुर स्थित विधायक आवास की बेसमेंट पार्किंग में खुद गाड़ी में बैठकर 20 लाख रुपए की राशि प्राप्त की। उन्होंने खुद पैसे गिने और फिर अपने चचेरे भाई विजय को बैग सौंप दिया। विजय ने आगे किसी अन्य व्यक्ति को वह बैग सौंप दिया। इसी बीच विधायक पटेल गाड़ी से बाहर निकल गए और अपने आवास की ओर चले गए।
परिवादी ने तुरंत ACB को सूचना दी। मात्र 14 मिनट बाद, 10:30 बजे ACB की टीम ने विधायक आवास पर दबिश दी लेकिन रिश्वत की राशि मौके पर नहीं मिली।
सबूत: रंग निकला हाथ धुलवाने पर
ACB को जब पैसे नहीं मिले तो उन्होंने विधायक के हाथ धुलवाए। इस प्रक्रिया में रंग निकल आया जिससे यह पुष्टि हो गई कि उन्होंने नकदी को छुआ था। ACB के पास वीडियो, ऑडियो रिकॉर्डिंग, कॉल्स और गवाहों के आधार पर ठोस सबूत हैं जिससे यह तय हो गया कि रिश्वत की रकम प्राप्त की गई थी।
राजस्थान के इतिहास में पहली बार विधायक की गिरफ्तारी
यह राजस्थान के राजनीतिक इतिहास में पहला मौका है जब किसी विधायक को रिश्वत मांगने और प्राप्त करने के आरोप में इस प्रकार गिरफ्तार किया गया है। जयकृष्ण पटेल पहली बार विधायक बने थे और वे भारत आदिवासी पार्टी से चुने गए थे। वे खनन से जुड़े भ्रष्टाचार के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं, लेकिन यही विषय अब उनके खिलाफ आरोप का कारण बन गया है।
ACB के पास धमकी की भी रिकॉर्डिंग
ACB द्वारा जारी रिकॉर्डिंग में स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है कि जयकृष्ण पटेल परिवादी को धमका रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने विधानसभा में प्रश्न लगा दिए हैं, यदि पैसे नहीं दिए गए तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।